महानगर पुलिस आयुक्त महेश कुमार अग्रवाल ने शुक्रवार को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशनों का वीडियो कॉंफे्रंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से जुड़े हर मामले में साइबर सैल की टीम अलग से इन्वेस्टिगेशन करेगी।
ये काम होंगे साइबर क्राइम पुलिस थाने में…
चेन्नई में आए दिन साइबर क्राइम से जुड़े मामले आते हैं। जिन्हें अलग-अलग पुलिस थानों में दर्ज किया जाता है। लेकिन जांच के लिए साइबर सैल में भेजा जाता है। वहां से उस वारदात में जुड़े कंप्यूटर, मोबाइल नंबर का पता किया जाता है। जिससे कई दिनों का समय लग जाता है, लेकिन अब साइबर क्राइम से जुड़े हर मामले को किसी भी पुलिस थाने में दर्ज करने के बाद यहां साइबर क्राइम पुलिस थाने में ट्रांसफर किया जाएगा, जिसके चलते आईटी, ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड, एटीएम फ्रॉड, ईमेल का इस्तेमाल करना, फेसबुक से जुड़े हर मामले की इन्वेस्टिगेशन यहां की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने दिया था आदेश
वेपेरी में सेंट्रल क्राइम ब्रांच में वर्ष 2003 में साइबर क्राइम सेल खोला गया था। शिकायत करने के लिए लोगों को दूर-दूर से लोगों को वेपेरी आना पड़ता था, लेकिन अब लोगों को साइबर अपराध होने पर तुरंत अपने इलाके में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत कर सकते है।
मुख्यमंत्री ने चेन्नई में मईलापुर, कीलपॉक, चिंताद्रीपेट, माम्बलम, अडयार, सेंट थॉमस, अण्णा नगर, आवडी, ओटेरी, नॉर्थ बीच, न्यू वाशीमेनपेट और माधवरम मिल्क कॉलोनी में साइबर पुलिस थानें खोलने का आदेश दिया था।
इसलिए थी जरूरत
साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस को शिकायत देने पर कई सप्ताह या महीनों तक उन नंबरों या कंप्यूटर्स की डिटेल ही नहीं ली जाती है। अब तेजी से काम होगा।