एआर रहमान लिडियन से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने उसे भारत के म्युजिकल एम्बेसडर के रूप में सम्मानित किया था।
पिता और बहन से मिली प्रेरणा
लिडियन संगीत की दुनिया में केवल 7 वर्ष की उम्र से पियानो बजाते आ रहे है, और तो और वे एक समय में दो पियानो एक साथ बजा सकते है। हर सफल इंसान के जीवन में उसकी सफलता के पीछे किसी न किसी का हाथ जरूर होता है जो उस इंसान को जीवन के हर मोड़ पर सही रास्ता तो दिखाता है और साथ ही सभी के विरुद्ध जाकर उसका सहयोग भी करता है।
लिडियन म्युजिक की दुनिया में सफलता के शिखर को छू रहे हैं उनके जीवन में उस खास इंसान की भूमिका उनके पिता और बहन ने निभाई है। पियानो सिखने और बजाने की प्रेरणा अपने पिता और बहन से मिली। उनके पिता दर्शन सतीश, तमिल फिल्म उद्योग में एक संगीत निर्देशक हैं और उनकी एक बहन अमृता भी है जो पियानो बजाने में माहिर है। अमृता पियानो और बांसुरी बजाती है।
क्यों खास है लिडियन का टैलेंट
लिडियन की बहन अमृता ने बताया कि वैसे शुरू में लिडियन का ऑडिशन वीडियो भी काफी वायरल हुआ था। पियानो पर लिडियन एक मिनट में 350 बीट्स तक बजा सकता है लेकिन इतनी स्पीड में कई बार पियानो के बटन वापस नहीं आ पाते हैं ऐसे में जज को लग सकता है कि उसे अच्छा बजाना नहीं आता। इसलिए मैंने ही उसे 325 बीट्स तक रखने को कहा था।
उसने बताया कि लिडियन को कार्टून फिल्में बहुत पसंद हैं। ऐसे में वह बड़ा होकर कार्टून फिल्मों के लिए म्यूजिक कंपोजर बनना चाहता है। घर पर भी कई बार हम लोग कार्टून फिल्में डाउनलोड करते हैं और उनकी आवाज डब करते हैं। उनका बैकग्राउंड म्यूजिक लिडियन ही देता है।
दिन में 6 घंटे करते है अभ्यास
लिडियन नादस्वरम दिन में 5 से 6 घंटे पियानो बजाने का अभ्यास करते हैं। वह सुबह 8-10 बजे के बीच उठता है। इसके बाद वह तैयार होकर नाश्ता करता है और फिर म्यूजिक प्रेक्टिस शुरू कर देता है। वह पियानो बजाता है व म्यूजिक नोट्स बनाता है। वह अपनी बहन के साथ गाना भी गाता है।
वेस्टर्न से इंडियन तक
लिडियन पश्चिमी शास्त्रीय संगीत, जैज से लेकर भारतीय संगीत, हर तरह का संगीत बजाते हैं। वह टीवी शो द वल्ड्र्स बेस्ट में भी नजर आए हैं, जहां दुनियाभर से बेहतरीन कलाकारों को बुलाया जाता है। टेडएक्स की माने तो, लिडियन सिर्फ 2 साल की उम्र से ही संगीतकार बन चुके थे। उन्होंने सबसे पहले ड्रम बजाने से शुरुआत की और आज वह पियानो के साथ साथ मृदंगम, गिटार और तबला भी बजा सकते हैं।
एआर रहमान भी है लिडियन के प्रशंसक
खुद ए आर रहमान ने भी उनकी प्रतिभा की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है लिडियन की सफलता मेरी ही सफलता है। रहमान ने कहा चेन्नई एक उपेक्षित शहर है और मैं इसे दुनियाभर में पहचान दिलाने के लिए लिडियन का शुक्रगुजार हूं। द वल्ड्र्स बेस्ट का खिताब जीतने पर उसे एक मिलियन डॉलर राशि से पुरस्कृत किया गया।