राधाकृष्णन ने कहा कि सभी मामले कोविड-19 के ओमिक्रोन के बीए2 वैरिएंट से जुड़़े हैं। राज्य में अभी तक किसी अन्य वैरिएंट या एक्सई वैरिएंट के कोई मामले सामने नहीं आए हैं। संक्रमितों की हालत स्थिर है और उन्हें अस्पताल की जरुरत नहीं है। सुरक्षा और कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए उऩ लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। बुधवार को तीन लोगों के स्वस्थ होने के बाद अभी परिसर में 168 सक्रिय मामले हैं। अन्य 10 मरीजों को गुरुवार को आइसोलेशन से छुट्टी मिल सकती है।
Also Read: पेरुंगुडी डंपयार्ड में लगी आग के धुएं से ढका नजर आया पूरा इलाका, 5000 परिवार के लोग बेहाल
उन्होंने कहा, वर्तमान में चेन्नई में कोई अन्य क्लस्टर नहीं हैं। देश के कई राज्यों में विशेषकर उत्तरी भागों में कोविड महामारी के मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए हम सभी को मास्क पहनना और सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए। राधाकृष्णन ने कहा कि आइआइटी मद्रास परिसर में 6,650 नमूनों का परीक्षण किया गया है, जिनमें 32 का परीक्षण निजी अस्पताल में हुआ है और यहां संक्रमण दर 2.6 प्रतिशत है। परिसर में 7,490 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।