तमिलनाडु के सेलम जिले की स्थिति भयावह होती जा रही है। अस्पताल में वेंटीलेटर बेड़ की कमी से लोग तड़प-तपड़ कर मर रहे हैं। न तो उन्हें बेड मिल पा रहा है और न सुविधाएं। सरकारी अस्पताल मरीजों से खचाखच भरा हुआ है। गंभीर मरीजों के लिए भी जगह नहीं है। फर्श से लेकर बेड तक भरा पड़ा है। नतीजा हो रहा है कि इलाज के अभाव में मरीजों की मौत हो जा रही है।
सेलम के मोहन कुमारमंगलम मेमोरियल सरकारी अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में इलाज करा रहे महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई। आखिरी क्षण तक उन्हें अस्पताल में बेड नहीं मिला जिससे तीनों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में एक महिला (करीब 30 साल) और दो अन्य 40 और 42 साल के दो लोग शामिल है।
मोहन कुमारमंगलम मेमोरियल सरकारी अस्पताल में मरीजों को उपचार के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं। अस्पताल में ऑक्सीजन सुविधा वाले 800 बेड है, लेकिन अस्पताल में एक भी बेड़ खाली नहीं है। जिले में रोजाना 500 से अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे है। इस वजह से कोरोना मरीजों को भर्ती करना मुश्किल हो रहा है।
महिला समेत तीन लोगों को अस्पताल में बेड नहीं होने के कारण एम्बुलेंस में ही इलाज शुरू किया गया। उन्हें पहले प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन आखिरी क्षणों में उन्हें सरकारी अस्पताल रैफर कर दिया गया। इस दौरान मरीज एंबुलेंस में तड़पते रहे, आखिरकार एंबुलेंस में ही तीनों मरीज की मौत हो गई।
मोहन कुमारमंगलम मेमोरियल सरकारी अस्पताल के डीन आर. मुरुगेशन ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढऩे के कारण सेलम के सरकारी अस्पताल में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं। 800 बेड की क्षमता वाले अस्पताल में रोजाना 500 कोरोना के मरीज आ रहे है। ऐसे में सभी का इलाज संभव नहीं है।