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चेन्नई नगर निगम के 345 कर्मचारी कोरोना संक्रमित, 50 स्वस्थ्य होकर काम पर लौटे

locationचेन्नईPublished: Jun 26, 2020 04:15:59 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

कोरोना संक्रमण का दायरा अब कोरोना वॉरियर्स में भी बढ़ता जा रहा है।

345 corporation staff have tested positive so far in chennai

345 corporation staff have tested positive so far in chennai

चेन्नई.

चेन्नई में वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कोरोना रेड जोन चेन्नई में हालात पहले की तरह ही हैं। यहां कोविड-19 के 47 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना संक्रमण का दायरा अब कोरोना वॉरियर्स में भी बढ़ता जा रहा है। पुलिस, डॉक्टर्स के बाद अब नगर निगम के कर्मचारियों में इसकी चेन बन रही है।
345 कर्मचारी संक्रमित
चेन्नई नगर निगम के कर्मचारी जो इस महामारी में लगातार काम कर रहे हैं उन्हें भी यह वायरस अपनी जद में ले रहा है। नगर निगम के अब तक 345 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 50 कर्मचारी कोरोना को मात देकर ड्यूटी ज्वाइन कर चुके है। नगर निगम के आयुक्त जी. प्रकाश ने यह जानकारी दी।

संक्रमण से बचाव के उपाय
जी प्रकाश ने बताया कि 345 कोरोना संक्रमित कर्मचारियों में 120 सफाई कर्मचारी है। इनमें से 10-15 ठीक होकर काम पर लौट चुके है। अन्य उपचाराधीन है। 20 हजार सफाई कर्मचारियों में केवल 120 सफाई कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित हुए है। यह दर्शाता है कि संक्रमण को रोकने के लिए नगर निगम ने उपाए किए है।

बसों का संचालन
उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों को रोजाना मास्क दिया जाता है और सप्ताह में एक दिन ग्लव्स दिए जाते है और उन्हें कार्य स्थल पर पहुंचने के लिए 95 एमटीसी बसों का संचालन किया जा रहा है जो 49 रूट पर चलती है। कर्मचारियों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काबसुरा कुडीनीर के साथ दिन में दो बार पौष्टिक भोजन भी दिए जाते हैं। डोर-टू-डोर सर्वेक्षण में हर रोज संभावित लक्षणों वाले लगभग 3,500 लोगों की पहचान की जा रही है। इसके अलावा फीवर क्लीनिक स्थापित किए गए हैं।

कर्मचारियों की मांग
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण का खतरा है। संवेदनशील मोहल्लों में तैनात कर्मचारियों में इस आशंका से दहशत है। कोरोना योद्धा बने ये कर्मचारी निष्ठा से काम तो कर रहे हैं, मगर नगर निगम प्रशासन उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए ठोस उपाय नहीं कर पा रहा है। कुछ कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें पीपीई कीट दिया जाए। और सफाई कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण और कोरोना जांच प्राथमिकता के आधार पर कराई जाए।

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