विभाग ने किया अलर्ट
इन्हें लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इनके टीका नहीं लगवाने पर स्वास्थ्य विभाग ने चिंता जताते हुए लोगों से भीड़ में जाने से बचने, मास्क लगाने व उचित दूरी बनाए रखने की अपील की है। जैसे-जैसे मामले बढ़ रहे हैं, राज्य सरकार एक बार फिर डोर-टू-डोर अभियान चलाने की कोशिश कर रही है, लोगों से सीधे मुलाकात कर रही है, उन्हें फोन पर कॉल कर रही है और एसएमएस अलर्ट भेज रही है। राज्य 8 मई को 100,000 केंद्रों पर एक मेगा टीकाकरण अभियान चलाने की भी योजना बना रहा है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (आइआइटी-एम) एक कोविड क्लस्टर के रूप में उभरा था, जिसमें अब तक 182 कोविड मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें अब तक लगभग हजारों नमूने परीक्षण के लिए लिए गए थे।
सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ टीएस सेल्वविनायगम ने कहा कि राज्य सरकार का मानना है कि लोगों को टीका लगवाने या किसी को छूट देने के लिए मजबूर करने के बजाय अब वह जागरूकता पैदा करने पर ध्यान देगी। कई प्रयासों के बावजूद लोग टीकाकरण के लिए नहीं आ रहे हैं। हम उनके घर जा रहे हैं और उनसे वैक्सीन लेने का अनुरोध कर रहे हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि यह उनके अपने जीवन की रक्षा के लिए है। राज्य के लिए और भी चिंताजनक बात यह है कि फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों में वैक्सीन की अनिच्छा है। फ्रंटलाइन वर्कर्स में से केवल 46 फीसदी ने दोनों खुराक ली है। वरिष्ठ नागरिकों में भी केवल 58 प्रतिशत ने ही दोनों खुराक ली हैं। हम उनसे केवल टीकाकरण के लिए अनुरोध कर सकते हैं। हमने लगभग हर हफ्ते टीकाकरण अभियान चलाया था।
बाजारों में लापरवाही
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि एक तरफ संक्रमण बढ़ रहा है, दूसरी तरफ लापरवाही बढ़ गई है। प्रतिबंध खत्म होने के बाद लोगों ने मास्क लगाना बंद कर दिया है। इससे संक्रमण के फैलाव का खतरा अधिक है। सार्वजनिक स्थल, बाजारों में सैनिटाइजेशन नहीं होने से वायरस की आशंका है। कोविड प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध जुर्माना व महामारी एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।