scriptसरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को 7.5% आरक्षण की व्यवस्था लागू | 7.5 reservation system implemented for students of government schools | Patrika News

सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को 7.5% आरक्षण की व्यवस्था लागू

locationचेन्नईPublished: Sep 16, 2021 06:28:03 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

इंजीनियरिंग दाखिला: विशेष आरक्षण कोटे के विद्यार्थियों की काउंसलिंग शुरू

सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को 7.5% आरक्षण की व्यवस्था लागू

सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को 7.5% आरक्षण की व्यवस्था लागू

चेन्नई. तमिलनाडु इंजीनियरिंग दाखिले के तहत विशेष वर्ग के विद्यार्थियों की ऑनलाइन काउंसलिंग बुधवार से शुरू हो गई जो 24 सितम्बर तक चलेगी।

एक दिन पहले ही दाखिले की वरीयता सूची का प्रकाशन हुआ था। सरकारी स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को 7.5 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था लागू किए जाने से 15161 विद्यार्थियों ने इस कोटे का लाभ लेने के लिए काउंसलिंग में हिस्सा लेंगे।
प्रौद्योगिकी शिक्षा निदेशालय के अनुसार चौबीस सितम्बर तक चलने वाली काउंसलिंग में दिव्यांग, पूर्व सैनिक, खिलाड़ी सहित अन्य विशेष श्रेणी के विद्यार्थियों की काउंसलिंग होगी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 7.5 प्रतिशत आरक्षण के तहत 11 हजार 390 सीटें उपलब्ध हैं जबकि प्राप्त आवेदन 15161 हैं।
इस बार कांउसलिंग में 440 इंजीनियरिंग कॉलेज हिस्सा ले रहे हैं और उपलब्ध सीटें 151870 हैं। प्रवेश के लिए प्राप्त आवेदन 1 लाख 39 हजार 33 ही हैं लिहाजा सभी को सीटें मिलना तय है।

विभिन्न चरणों में काउंसलिंग
निदेशालय ने इस वर्ष पांच चरणों में काउंसलिंग का निर्णय किया है। पहले चरण में सामान्य काउंसलिंग के अलावा विशेष कोटे के आवेदक हिस्सा लेंगे।

सामान्य कोटे की काउंसलिंग 27 सितम्बर से शुरू होकर 17 अक्टूबर तक चलेगी। इसके बाद 19 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक पूरक काउंसलिंग होगी।
काउंसलिंग में विद्यार्थियों से अमानत राशि ली जाएगी और वे अपनी पसंद का विषय चुन सकेंगे। इस प्रक्रिया के बाद विषय अंतरिम आवंटन सूची का प्रकाशन होगा, लेकिन अंतिम सूची विद्यार्थियों के वरीयता पत्र के अनुसार ही होगी।

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा
उच्च शिक्षा मंत्री के. पोन्मुड़ी ने कहा कि इस बार हमने पांच चरणों में काउंसलिंग का आयोजन किया है। इसकी वजह यह है कि पिछली बार अण्णा विवि में ही 700 सीटें रिक्त रह गई थीं।
ऐसा इसलिए होता था कि विद्यार्थी मेडिकल सहित अन्य जगह दाखिले के लिए चले जाते थे, लिहाजा पूरक काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है। उपलब्ध सीटों से कम आवेदन आने की वजह से सभी को सीटें मिलना तय हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो