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सेलम में हिन्दी भाषा का विरोध करते हुए 85 साल के बुजुर्ग ने खुद को किया आग के हवाले, मौत

locationचेन्नईPublished: Nov 26, 2022 03:27:40 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

– डीएमके कार्यालय के बाहर खुद को आग लगाया

सेलम में हिन्दी भाषा का विरोध करते हुए 85 साल के बुजुर्ग ने खुद को किया आग के हवाले, मौत

सेलम में हिन्दी भाषा का विरोध करते हुए 85 साल के बुजुर्ग ने खुद को किया आग के हवाले, मौत

सेलम.

तमिलनाडु के सेलम जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 85 वर्षीय एक बुजुर्ग ने हिंदी भाषा थोपने का विरोध करते हुए खुद को आग लगा ली। मृतक की पहचान सत्तारूढ़ डीएमके पार्टी के पूर्व कृषि संघ आयोजक थंगवेल के रूप में हुई है।

घटना मेट्टूर के पास तलैयूर इलाके में हुई। थंगवेल राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक के लिए कृषि संघ के पूर्व आयोजक थे। उन्होंने मेट्टूर के बगल में थलैयूर में डीएमके पार्टी कार्यालय के सामने खुद को आग लगा ली। रात करीब 11 बजे युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल डाला और खुद को आग लगा ली जिससे उसकी मौत हो गई। वह शादीशुदा हैं और उनकी एक पत्नी जानकी और दो बेटे मणि रत्नावेल हैं।

थंगवेल कुछ समय पहले तक डीएमके के सक्रिय सदस्य थे। खुद को आग लगाने से पहले थंगवेल ने एक बैनर में लिखा था जिसमें लिखा था, मोदी सरकार केंद्र सरकार, हमें हिंदी नहीं चाहिए, हमारी मातृभाषा तमिल है, हिंदी जोकरों की भाषा है। हिंदी भाषा थोपने से छात्रों के जीवन पर पड़ेगा असर, हिंदी से मुक्ति। थंगवेल ने कुछ समय बाद दम तोड़ दिया। वहीं, पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है।

सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके यूथ विंग के सचिव और सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने चेतावनी दी थी कि अगर राज्य में हिंदी को जोर दिया गया तो पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भी किया था और कहा था कि अगर केंद्र सरकार लोगों की भावनाओं की अवहेलना करती है तो वह मूक दर्शक नहीं बनेगी।

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