तिरुवारूर उपचुनाव रद्द कराने के लिए एआईएडीएमके, डीएमके ने की गुप्त सांठगांठ
चेन्नईPublished: Jan 11, 2019 01:39:19 pm
अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के उपमहासचिव टीटीवी दिनकरण ने गुरुवार को आरोप लगाया कि राज्य की एआईएडीएमके और डीएमके के बीच तिरुवारूर विधानसभा उपचुनाव में हार के डर से गुप्त सांठगांठ है।
तिरुवारूर उपचुनाव रद्द कराने के लिए एआईएडीएमके, डीएमके ने की गुप्त सांठगांठ
चेन्नई. अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के उपमहासचिव टीटीवी दिनकरण ने गुरुवार को आरोप लगाया कि राज्य की एआईएडीएमके और डीएमके के बीच तिरुवारूर विधानसभा उपचुनाव में हार के डर से गुप्त सांठगांठ है। उन्होंने कहा राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी को पता था कि वे उपचुनाव में अपनी जमानत तक नहीं बचा पाएंगी, क्योंकि गाजा चक्रवात के बाद प्रभावितों से मिलने के लिए पार्टी का कोई भी मंत्री नहीं पहुंचा था। इसके अलावा डीएमके अध्यक्ष ने अपने पिता स्व. करुणानिधि के विधानसभा क्षेत्र में हार के डर से जिले का दौरा किया था। इस प्रकार दोनों पार्टियों को बखूबी पता था कि तिरुवारूर में हारना तय है, जिसके लिए उपचुनाव को रद्द कराने के लिए गुप्त सांठगांठ की ली।
धर्मपुरी जिले के पालाकोड में मुख्यमंत्री एडपाडी के पलनीस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार का विरोध करने के लिए आयोजित एक बैठक में पत्रकारों से उन्होंने कहा राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री स्व. जे.जयललिता द्वारा घोषित की गई सिंचाई परियोजनाओं को राज्य सरकार ने जिले तक नहीं पहुंचाया है। उन्होंने कहा अगर उपचुनाव होता तो दोनो पार्टियों की छवि का पता चल जाता। उपचुनाव रद्द होने के बाद अब स्टालिन ग्राम सभा की बैठक में व्यस्त हैं। जब वे तमिलनाडु के स्थानीय प्रशासन मंत्री थे तब इस प्रकार की बैठक करते तो शायद कुछ फायदा होता लेकिन वर्तमान में ऐसी बैठक करने का कोई फायदा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि जब भी उपचुनाव होगा सभी विधानसभा सीटों पर एएमएमके की ही जीत होगी। अगर आगामी लोकसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव होता है तो और बेहतर होगा।