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एआईएडीएमके सरकार चुनाव के बिना ही गिरेगी: स्टालिन

locationचेन्नईPublished: Jun 25, 2019 12:53:09 am

महानगर समेत राज्यभर में गरमाए जल संकट को मद्देनजर रखते हुए डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके कार्यकर्ताओं ने महानगर में…

AIADMK government will fall without elections: Stalin

AIADMK government will fall without elections: Stalin

चेन्नई।महानगर समेत राज्यभर में गरमाए जल संकट को मद्देनजर रखते हुए डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके कार्यकर्ताओं ने महानगर में प्रदर्शन कर राज्य सरकार की निंदा की। जल संकट की वजह से महानगर के लोग परेशान हो रहे हैं और जगह जगह पर हाहाकार मचा हुआ है। महानगर में तो लोग एक एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। सरकार की तरफ से हालांकि अब तक कई तरह के उपाय हुए लेकिन वे अभी भी नाकाफी हैं। यही वजह है कि विपक्षी दल डीएमके ने प्रदेश सरकार को इस मुद्दे पर घेरते हुए जल संकट को दूर करने के लिए सडक़ों पर उतर कर प्रदर्शन किया।

चेपाक में डीएमके कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन में स्टालिन ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने हाथ में खाली पात्र लेकर सांकेतिक रूप में जल संकट के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। इस मौके पर उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि एआईएडीएमके सरकार बिना चुनाव के ही गिर जाएगी।

कुर्सी बचाने लिए मंदिरों में किया जा रहा यज्ञ: पत्रकारों से बातचीत में स्टालिन ने कहा राज्यभर में जल संकट तेजी से बढ़ रहा है।

डीएमके ने इस तरह के संकट को दूर करने को लेकर राज्य सरकार को कई बार चेतावनी भी दी, लेकिन मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम को जनता की परेशानी की कोई चिंता ही नहीं है। जल संकट की वजह से स्कूलों और निजी संस्थानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके परिणाम स्वरूप स्कूल बंद हो रहे हैं। लेकिन उपाय निकालने के बजाय सरकार बंद करने पर स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दे रही है।

उन्होंने कहा जल के गंभीर संकट की वजह से महिलाएं सडक़ पर उतर कर पर्याप्त जलापूर्ति की मांग कर रही हैं लेकिन सरकार लोगों को सहायता के लिए कुछ करने के बजाय बिलकुल शांत बैठी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सिर्फ अपनी सत्ता और कुर्सी बचाने के उद्देश्य से वर्तमान में सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्री और नेताओं द्वारा राज्य भर के मंदिरों में यज्ञ किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री को सत्ता खोने का डर

विधानसभा अध्यक्ष पी. धनपाल के खिलाफ डीएमके द्वारा जारी अविश्वास प्रस्ताव का हवाला देते हुए स्टालिन ने कहा मुख्यमंत्री को डर लग रहा है कि ऐसे हालात उत्पन्न होंगे जहां पर उनको सत्ता खोनी पड़ जाएगी। लेकिन सच तो यह है कि बिना चुनाव के ही सत्तारूढ़ पार्टी चली जाएगी। डीएमके की सत्ता आने के बाद उन सभी मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो चेन्नई में तीसरे अलवणीकरण संयंत्र लगाने में हो रही देरी में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि जब महानगर में जल आपूर्ति करने वाली झीलें सूख रही थी तब मौजूदा सरकार ने जल संकट को दूर करने में सक्रियता नहीं दिखाई। जल की आपूर्ति करने वाली झीलें सूखने लगी तो सरकार ने कार्रवाई नहीं की। स्टालिन ने खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन कर रहे लोगों से कहा पूरे तमिलनाडु में लोग एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि पानी कहां है? एआईएडीएमके सरकार ने राज्य में पेयजल की किसी भी परियोजना को पूरा नहीं किया। डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने कहा महानगर में पानी नहीं है और मुख्यमंत्री बारिश नहीं होने का हवाला दे रहे हैं। इस दौरान पार्टी के कई नेता भी उनके साथ मौजूद थे।

 

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