यहां आयोजित एक कॉन्फ्रेंस के दौरान गठबंधन में हुए सीट बंटवारे के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि पार्टी ने इस बार सेलम, नामक्कल, कृष्णगिरि, ईरोड, करुर, तिरुपुर, पोल्लाची, आरनी, तिरुवण्णामलै, चिदम्बरम (आरक्षित), पेरम्बलूर, तेनी, मदुरै, नीलगिरि (आरक्षित), तिरुनेलवेली, नागपट्टिनम, (आरक्षित), मईलाडुतुरै, तिरुवल्लूर (आरक्षित), कांचीपुरम (आरक्षित) और साउथ चेन्नई संसदीय सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।
इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी को कन्याकुमारी, शिवगंगा, कोयंबत्तूर, तुत्तुकुड़ी और रामनाथपुरम की सीटें दी गई हैं। पन्नीरसेल्वम ने आगे बताया कि पीएमके को धर्मपुरी, विल्लीपुरम, अरक्कोणम, चेन्नई सेंट्रल, श्रीपेरंबुदूर, कडलूर और दिंडीगुल की सीटें दी गई हैं।
गठबंधन की अन्य सहयोगी डीएमडीके कल्लकुरिची, तिरुचि, विरुदुनगर और चेन्नई उत्तर से चुनाव लड़ेगी जबकि तमिल मनिला कांग्रेस के जी.के. वासन को तंजावुर और पुदिय नीदि कच्ची को वेलूर, पुदिय तमिझगम को तेनकाशी एवं ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस को पुदुचेरी संसदीय सीट दी गई है।
पिछले चुनाव में ३७ सीटें मिली थीं
इस दौरान मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी, भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष तमिलइसै सौंदरराजन और एच. राजा भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 39 लोकसभा सीटों में से एआईएडीएमके को 37 सीटों पर जीत मिली थी जबकि विपक्षी दल डीएमके को एक भी सीट नहीं मिली थी। ऐसे में भाजपा इस बार दक्षिण भारत में अपनी पैठ और मजबूत करने की दिशा में एआईएडीएमके के साथ हुए गठबंधन को लेकर बेहद आशान्वित दिख रही है।
चेन्नई के आलवारपेट लवारपेट स्थित एक होटल में रविवार को सीटों के निर्णय के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा करते मुख्यमंत्री एडपाडी के.पलनीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम तथा भाजपा अध्यक्ष तमिलइसै सौंदरराजन।