एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने जब रजनीकांत के इस बयान के बारे में पूछा तो वे बोले कि क्या विचित्र घटना होगा इसको लेकर रजनीकांत कुछ नहीं कहा है। संभवत: 2021 में भी एआईएडीएमके के सत्तासीन होने की घटना का उन्होंने अनुमान लगाया होगा। रजनीकांत ने अभी तक पार्टी शुरू नहीं की है। एकबारगी ऐसा हो जाए फिर वे उनको जवाब देंगे।
स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर पलनीस्वामी का कहना था कि पार्टी की जीत की संभावनाएं प्रबल हैं। गठबंधन दल की पार्टियों के भी जीतने की संभावनाएं हैं। आम चुनाव में जो गठबंधन था वह जारी रहेगा।
मेयर चुनाव को लेकर उनका जवाब था कि महापौर पद के अप्रत्यक्ष चुनाव की व्यवस्था लाने वाली पार्टी डीएमके ही थी।
जब स्टालिन स्थानीय प्रशासन मंत्री थे तब इस प्रणाली को लागू किया गया था। अगर वे लाएं तो ठीक और हम लाएं तो गलत यह कौनसी बात हुई? समय व परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय करने होते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की इसी नीति की हम पालना कर रहे हैं। प्रत्येक जिले से एएमएमके से कार्यकर्ता टूटकर एआईएडीएमके में शामिल हो रहे हैं।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री बने महिन्दा राजपक्षे के बारे में उनकी प्रतिक्रिया थी कि पड़ोसी देश की जनता ने ही उनको पीएम बनाया है।
वह हमारा तमिलनाडु नहीं है और न ही भारत का एक राज्य है। श्रीलंका दूसरा मुल्क है जिसकी जनता ने राजपक्षे को चुना है।