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हर साल 9 लाख लोगों को लील रहा कीटनाशक, पेंट व कोयला

locationचेन्नईPublished: Aug 04, 2021 12:48:04 am

हर साल 9 लाख लोगों को लील रहा कीटनाशक, पेंट व कोयला

कर्नाटक :  वायु प्रदूषण एक अघोषित महामारी

कर्नाटक : वायु प्रदूषण एक अघोषित महामारी

चेन्नई. वायु प्रदुषण के चलते हर साल लाखो लोक काल के आगोश में समा जाते हैं। लेकिन हम जो कीटनाशक, पेंट व
कोयला इस्तेमाल करते हैं इनके चलते होने वाला वायु प्रदूषण के कारण भी हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों की जान चली जाती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर द्वारा किए एक शोध में यह जानकारी सामने आई है।
शोधकर्ताओं के अनुसार इन एंथ्रोपोजेनिक सेकेंडरी ऑर्गेनिक एरोसोल के कारण उत्पन्न हो रहा वायु प्रदूषण हर साल 9 लाख तक लोगों की असमय जान ले रहा है।
10 गुना ज्यादा लोगों की जान
यह एंथ्रोपोजेनिक सेकेंडरी ऑर्गेनिक एरोसोल, वातावरण में मौजूद वो छोटे कण होते हैं जो मानव गतिविधियों द्वारा उत्सर्जित रसायनों से बनते हैं। इस शोध से जुड़े शोधकर्ता बेंजामिन नॉल्ट के अनुसार इन रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स और फ्यूल्स से पैदा होने वाला वायु प्रदूषण पहले के अनुमान के मुकाबले 10 गुना ज्यादा लोगों की जान ले सकता है।
ओजोन निर्माण में कम योगदान वाले केमिकल्स भी बना रहे महीन कण
सीयू बोल्डर और इस शोध से जुड़े जोस-लुइस जिमेनेज के अनुसार, वायु गुणवत्ता से जुड़े नियमों में आमतौर पर वाष्पित होने वाले उन केमिकल्स पर ध्यान दिया जाता है जो ओजोन उत्सर्जित करते हैं, जोकि एक खतरनाक वायु प्रदूषक है। लेकिन हाल ही में किए इस शोध से पता चला है कि वो केमिकल्स जो ओजोन निर्माण में बहुत कम योगदान देते हैं वो भी हानिकारक महीन कणों के निर्माण में योगदान दे सकते हैं।

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