विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास जरूरी : वेट्री सेल्वी
चेन्नईPublished: Nov 30, 2018 01:55:26 pm
किताबी ज्ञान से ज्यादा जरूरी है कि विद्यार्थियों का चौमुखी विकास किया जाए।
विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास जरूरी : वेट्री सेल्वी
चेन्नई. किताबी ज्ञान से ज्यादा जरूरी है कि विद्यार्थियों का चौमुखी विकास किया जाए। जीके जैन स्कूल के ४६वें वार्षिक दिवस महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी वेट्री सेल्वी ने यह बात कही। उन्होंने कहा आज के माहौल में विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास किताबों तक ही सीमित नहीं है इसलिए जरूरी है कि स्कूलों में विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के अलावा हर प्रकार की शिक्षा दी जाए। जीके जैन स्कूल में विद्यार्थियों को ऐसी ही शिक्षा दी जाती है। सभी स्कूलों को इस प्रकार की शैली का अनुसरण करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि खींवराज मोटर्स के निदेशक भरत कुमार चोड़रिया ने कहा अगर हमें अपना सुनहरा कल बचाना है तो पर्यावरण की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा, इसके लिए पेड़ लगाना बहुत जरूरी है। सभी को पर्यावरण की सुरक्षा अपना कर्तव्य मानना चाहिए और जिसकी शिक्षा स्कूलों से ही मिलनी चाहिए। बच्चों में चरित्र निर्माण स्कूलों से ही होना चाहिए। इस मौके पर स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के अलावा शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। समारोह में भंवरलाल कोठारी, अरविंद कातरेला, मदनराज राठौड़, श्रीपाल कोठारी, ज्ञानचंद कोठारी, अशोक बोहरा, महावीर राठौड़, हायर सेकंडरी स्कूल की प्रिंसिपल डा. सुनीता कोठारी, पीआरआई हिंदी स्कूल की प्रिंसिपल सी भाग्यलक्ष्मी व इंगलिश स्कूल की प्रिंसिपल जी. सुरेखा समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
रूस की एक गली कुडनकुलम के नाम पर
चेन्नई. भारत और रूस के संबंधों की मजबूती की मद्देनजर रूस के वोल्गोडोन्स्क शहर की एक गली का नाम कुडनकुलम रखा गया है। यह रूस के दक्षिणी हिस्से में स्थित है। एटोम्माश प्लांट भी इसके पास ही है जहां तमिलनाडु के केकेएनपीपी (कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट) के लिए यंत्रों का निर्माण होता है। कुडनकुलम का निर्माण रूस के रोसाटम स्टेट एटोमिक इनर्जी कार्पोरेशन तथा न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन आफ इंडिया द्वारा किया गया है। हाल ही एटोम्माश से केकेएनपीपी यूनिट 3 के लिए चार स्टीम जेनेरेटर पीजीवी 1000एम भेजे गए हैं। यंत्रों की अगली खेप भी जल्द भी भेजी जाएगी। एटोमेनेरगोमैश के सीईओ एंड्रीय निकिपेलोव ने बताया कि इन जेनेरेटर के निर्माण में दो साल का समय लगता है जिसमें गुणवत्ता और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है।