उन्होंने केरल सरकार को एक याचिका सौंपी है जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की मौत की मामले की जांच में तमिलनाडु सरकार के हस्तक्षेप की मांग की है। आईआईटी मद्रास में ह्यूमनिटीज डिपार्टमेंट के विद्यार्थी और प्रोफेसरों समेत पूरा डिपार्टमेंट इस संशय में है कि आखिर फातिमा की मौत कैसे और क्यों हुई। विदित हो शनिवार सुबह फातिमा अपने हॉस्टल के कमरे में मृत मिली थी।
उसने फांसी लगा ली थी। केरल के कोल्लम से ताल्लुक रखने वाली फातिमा ह्यूमैनिटीज एंड डिवेलपमेंट स्टडीज (इंटीग्रेटेड) सब्जेक्ट में एमए फस्र्ट ईयर की छात्रा थी। टीचर्स का कहना है कि वह काफी होनहार छात्रा थी और क्लास टॉपर भी थी।
पिता ने शिक्षक पर आरोप लगाया
होनहार बेटी के आत्महत्या के कदम उठाने के बाद पिता अब्दुल लतीफ ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने सुसाइड का मामला दर्ज किया है। साथ ही दावा किया है कि फातिमा के कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला। अब्दुल ने इस मामले में पीएम मोदी को भी याचिका भेजी है और इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है।
मोबाइल में लिखे नोट का जिक्र
उन्होंने फातिमा के फोन में लिखे एक नोट का जिक्र करते हुए एक शिक्षक का नाम भी लिया है। अब्दुल ने बताया कि फातिमा के नोट में एक प्रोफेसर का नाम लिखा है, जो उसकी मौत का कारण हो सकता है। पुलिस ने छात्रा का मोबाइल जांच के लिए भेज दिया है। हालांकि, संबंधित प्रोफेसर से इस मामले में बात नहीं हो सकी।
डिपार्टमेंट आत्महत्या को लेकर हैरान
आईआईटी मद्रास के ह्यूमैनिटीज विभाग के हेड उमाकांत दास के अनुसार सभी प्रोफेसर्स व स्टूडेंट्स के साथ-साथ पूरा विभाग इस मामले को लेकर हैरान है। कोई नहीं जानता है कि आखिर फातिमा ने अपनी जान क्यों दे दी? पिता अब्दुल ने बताया कि फातिमा ने कभी ऐसी कोई बात या हरकत नहीं की, जिससे लगे कि वह सुसाइड कर लेगी। न ही उसे किसी तरह की मानसिक बीमारी थी।
तनाव में थी फातिमा?
आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस ने छानबीन के बाद बताया कि फातिमा किसी चीज को लेकर परेशान थी। हालांकि उसने किसी से कुछ भी बताया कि वह किस वजह से तनाव में है लेकिन आत्महत्या का कारण आत्महत्या बताया गया था। उसकी मौत एक रहस्य है।
हॉल में बैठकर रोती थी फातिमा
बताया जा रहा है कि फातिमा रोजाना रात करीब 9 बजे मेस हॉल में बैठकर रोती थी। पुलिस से सीसीटीवी फुटेज चेक करने की डिमांड की गई है। अब्दुल का कहना है कि फातिमा ने पिछले आईआईटी एंट्रेंस एग्जाम में नेशनल लेवल पर सबसे ज्यादा स्कोर किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि फातिमा की मौत के बाद उसके विभाग ने अगले 45 दिन के लिए क्लासेज सस्पेंड कर दी हैं। साथ ही, दिसंबर में होने वाली परीक्षाएं भी टाल दी हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों को घर लौट जाने के लिए कहा गया है।
सबूत जुटाने में रुकावट
हमें शक है कि यह कदम जांच व सबूत जुटाने में रुकावट डालने के लिए किया गया है। वहीं, विभाग के हेड उमाकांत ने परीक्षाएं रद्द करने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि कक्षाएं लगातार हो रही हैं। कोई भी क्लास सस्पेंड नहीं की गई है। हालांकि, फातिमा की क्लास के कुछ छात्रों ने अनुरोध किया है कि अगले हफ्ते होने वाले कुछ विषयों के इंटरनल एग्जाम पोस्टपोन्ड कर दिए जाएं, क्योंकि वे इस हादसे से उबर नहीं पाए हैं। इस मामले में हम कुछ जरूरी इंतजाम करेंगे।