इससे पहले स्टालिन ने सुलूर विधानसभा सीट के पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार किया। मतदाताओं को लुभाने के लिए उन्होंने एक बार फिर कहा कि अगर डीएमके की सत्ता आई तो राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जे.जयललिता के निधन और दिए गए इलाज की सख्ती से जांच कराई जाएगी। मैं इस मुद्दे को ऐसे नहीं जाने दूंगा बल्कि दोषी पाए जाने पर सभी को जेल भिजवा कर ही दम लूंगा। उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके के बहुत से कार्यकर्ताओं ने कहा है कि वे लोग इस बार डीएमके को ही वोट करेंगे। इससे साफ पता चलता है कि लोग एआईएडीएमके के कार्य से नाखुश हैं।
इसी बीच एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता और मत्स्यपालन मंत्री डी. जयकुमार ने दोहराया कि डीएमके की भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली रिपोर्ट सही है। अगर यह सच नहीं होती तो स्टालिन स्पष्ट रूप से इनकार करते, लेकिन ऐसा करने के बजाय उन्होंने दावा किया कि अगर यह सच निकली तो वे राजनीति छोड़ देंगे।