मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पहले चरण में छह उच्च शिक्षा संस्थाओं को आईओई का दर्जा दिया था। इनमें आईआईटी-मुम्बई, आईआईटी-दिल्ली, आईआईएससी-बेंगलूरु, बिट्स पिलानी, मणिपाल अकादमी व जियो इन्स्टीट्यूट (ग्रीन फील्ड) शामिल थे। अब 14 और संस्थाओं को आईओई टैग दिए जाने हैं। इन 14 में 7 सार्वजनिक क्षेत्र के तथा 7 निजी संस्थान हैं। आईओई (उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा) के दर्जे के लिए सरकारी उच्च शिक्षा संस्थानों में आईआईटी-मद्रास, आईआईटी-खडग़पुर, दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू), हैदराबाद विश्वविद्यालय, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, जाधवपुर विश्वविद्यालय एवं अण्णा विश्वविद्यालय शामिल हैं। इनमें से आईआईटी-मद्रास, आईआईटी-खडग़पुर, दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू), हैदराबाद विश्वविद्यालय, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय को उत्कृष्ट संस्थान घोषित कर दिया गया है।
पहले बताया गया था कि जाधवपुर विश्वविद्यालय एवं अण्णा विश्वविद्यालय को आईओए घोषित करने से पहले मंत्रालय राज्य सरकारों से चर्चा करेगा। अगर राज्य सरकारें योजना के तहत संस्थानों के लिए प्रस्तावित एक हजार करोड़ रुपए में से आधी राशि देने को तैयार होती हैं तो इनको मंजूरी दे दी जाएगी।
निजी उच्च शिक्षण संस्थानों में जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी दिल्ली, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, अमृत विश्व विद्यापीठम, वीआईटी वेलूर, केआईआईटी उड़ीसा, शिव नाडार विश्वविद्यालय और सत्य भारती (ग्रीन फील्ड) मोहाली शामिल हैं।
इस योजना के तहत सभी संस्थानों को पूर्ण स्वायत्तता दी जाती है। वहीं सरकारी संस्थानों को पांच साल में एक हजार करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है।