-विभिन्न राजनीतिक दलों ने घटना की सख्ती से निंदा की
इसी बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने ट्वीट कर घटना की संख्ती से निंदा की। साथ ही कहा कि इस तरह की घटनाओं के बाद सरकार मूकदर्शन बन कर नहीं बैठेगी। एमडीएमके महासचिव वाइको ने कहा कि जिन लोगों ने तिरुवल्लूवर, पेरियार और अंबेडकर की प्रतिमाओं का अनादर किया था वहीं लोग अब अन्नादुरई की प्रतिमा का अनादर कर रहे हैं। उन्होंने इसे कुछ बलों द्वारा लोगों को विचलित करने और हानिकारक योजनाओं को पेश करने का प्रयास भी बताया। ऐसा करने वालों को तत्काल गिरफ्तार कर कानून के तहत सख्त सजा देनी चाहिए। अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के महासचिव टीटीवी दिनकरण ने भी इसकी सख्ती से निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्यों मेंं लिप्त आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठा कर सरकार को ऐसी घटनाओं पर पूरी तरह रोक लगा देना चाहिए। पीएमके संस्थापक एस. रामदास ने इस तरह की प्रक्रिया को गंदी राजनीति बताया।
ऐसा करके लोग राजनीतिक दल के नेताओं के सम्मान को गिरा रहे हैं। मै जानना चाहता हें कि ऐसा करने वालों को क्या मिलेगा? उन्होंने कहा विचारधाराओं का सम्मान करना बहुत ही जरूरी होता है। अन्ना की प्रतिमा पर ध्वज बांधने की कोशिश से उनकी विचारधारा कभी नहीं बदली जा सकती है। इस लिए ऐसा करने से पहले लोगों को उनके योगदानों को भी याद करना चाहिए। रामदास ने कहा ऐसा करने वालों और ऐसा करने के लिए पे्ररित करने वालों को गुंडा एक्ट के तहत गिरफ्तार कर सख्त सजा देनी चाहिए। डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने कहा कि जिनकी खुद की कोई पहचान नहीं है वही लोग नेताओं की प्रतिमा के साथ अपना गुस्सा दिखा रहे हैं। इससे पहले घटनास्थल पर डीएमके और एमडीएमके कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा होकर कार्रवाई की मांग की। इसी प्रकार से अन्य नेताओं ने भी घटना की निंदा की।