तिरुपति. तिरुपति के तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के वार्षिक ब्रह्मोत्सव के छठे दिन हनुमंत वाहन सेवा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। हनुमान प्रतीकात्मक रूप से शुद्ध भक्ति, पूर्ण समर्पण (शरणगति) और अहंकार के नाश के प्रतीक हैं।
इस अवसर पर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। इसके बाद शोभायात्रा निकाली गई।
एक विशाल रथ पर हनुमंत सेवा यात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए।
श्री मलयप्पा स्वामी ने अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए अपने विनम्र और महान भक्त हनुमंत पर कोदंडाराम के रूप में दिव्य सवारी की।
हनुमंत वाहन पर सवार होकर भगवान ने अपने भक्तों को संदेश दिया कि यदि उनके कर्म अच्छे हों तो कोई भी व्यक्ति देवत्व प्राप्त कर सकता है।
हनुमंत वाहन सेवा यात्रा में शामिल भक्त भगवान की एक झलक पाने के लिए लालायित नजर आए। श्रद्धालु करतल ध्वनि से भगवान के जयकारे लगाते रहे।
हनुमंत वाहन सेवा यात्रा के विहंगम दृश्य को भक्तों अपने मोबाइल फोन के कैमरे में भी कैद किया। एकटक नजरों से भगवान के दर्शन करते हुए भक्तों ने जोड़कर भगवान की जय—जयकार की।
इस अवसर पर टीटीडी के अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी, टीटीडी ईओ एवी धर्म रेड्डी और अन्य उपस्थित थे।