अध्यक्ष के पोडीयम के पास शपथ ग्रहण करने के लिए एक टेबल लगाई गई थी। टेबल पर भागवत गीता, बाइबल, खुरान, भारत के संविधान और तिरुक्कुरल की प्रतियों को एक प्रथा के रूप में रखा गया था। इससे पहले डीएमके विधायक एम. अप्पावु और के. पिचांडी को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके ने घोषणा किया था कि अप्पावु और पिचांडी स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के उम्मीदवार होंगे।
इसी बीच मुख्यमंत्री और सदन नेता दुरैमुरुगन के साथ दोनों नेताओं ने विधानसभा सचिव के. श्रीनिवासन से मुलाकात कर नामांकन भरा। हालांकि दोपहर 12 बजे तक, जो कि निर्धारित समय था, सिर्फ दो लोगों का ही नामांकन आया और उन्हें निर्विरोध नियुक्त कर दिया गया।