तमिलइसै ने आरोप लगाया कि डीएमके ने तय कर लिया है कि तमिलनाडु में राजनीति करनी है तो हिन्दू धर्म का विरोध करना होगा। विनायक चतुर्थी उत्सव की शुभकामनाएं देने को भी गलत बताकर राजनीति की जा रही है। भाजपा इसका विरोध करेगी। उन्होंने पूछा हम मंदिरों में दर्शन करने जाते हैं क्या वहां असली मूर्तियां हैं अथवा चोरी जाने के बाद बदली गई नकली मूर्तियां? हिन्दू धर्म जनता का धर्म है जिसके संरक्षण की आवश्यकता है। जब देवी आण्डाल को अपमानित करते हुए विचार रखे गए थे लाखों लोग विरोध में उठ खड़े हुए थे। यह कोई धर्म अथवा राजनीतिक प्रतिकार नहीं था बल्कि आम जनता का आंदोलन था।
भाजपा नेता ने कहा हिन्दू धर्म यहां की मिट्टी में रचा-बसा है। हमारी मांग है कि राज्य के देवालयों को हिन्दू देवस्थान विभाग के नियंत्रण से मुक्त किया जाना चाहिए। मंदिरों की जमीन से कमाई हो रही है लेकिन इनमें दो समय दीया भी नहीं जलाया जाता। अभिनेता-विधायक करुणास की टिप्पणी पर उनकी प्रतिक्रिया थी कि मुख्यमंत्री से लेकर जमीनी स्तर के कर्मचारी तक अगर कोई भी शख्स मर्यादा लांघकर बोलता है तो वह गलत है। करुणास पर सरकार ने जो कार्रवाई की है वह कानूनन है। जहां तक भाजपा नेता एच. राजा पर कार्रवाई की बात है वे उन पर दायर मुकदमों का सामना न्यायिक तरीके से करेंगे।