तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों में पूर्वोत्तर मानसून से साल भर की प्यास बुझती है। अक्टूबर के मध्य से शुरु होकर दिसंबर तक बरखा रानी राज्य पर मेहरबान रहती है।
तमिलनाडु के राजस्व मंत्री आर.बी. उदयकुमार ने कहा कि राज्य में 32 जिलों में बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है। इन इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए जोनल टीमें बनाई जाएंगी।
आपदा प्रबंधन पर एक मैन्युअल लांच करते हुए आर.बी. उदयकुमार ने एडीशनल चीफ सेक्रेटरी के सत्यगोपाल और अतुल्य मिश्रा और आपदा प्रबंधन निदेशक डी. जगन्नाथ के साथ राहत कार्यों की तैयारी की समीक्षा की।
आपदाओं के दौरान बीमारियों को को फेलने से रोकने के लिए तमिलनाडु सरकार ने राज्य भर में 31,000 फस्र्ट एड कर्मचारियों को तैनात किया गया है। जिसमें 9000 महिलाएं है।
राजस्व मंत्री ने बताया कि 8,642 लोगो को पानी में फंसे मवेशियों को बचाने का काम सौंपा गया है।