वहीं पिघलाया गया 700 ग्राम सोना भी बरामद किया गया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में कुछ अन्य लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है तो कुछ पॉन ब्रोकरों को लूट का सोना खरीदने-बेचने में लिप्त होने के संदेह पर पूछताछ कर रही है। चेन्नई पुलिस की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई की खूब तारीफ हो रही है।
ऐसे रची गई थी लूट की साजिश
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मास्टरमाइंड मुरुगन ने अपने सहयोगियों के साथ लूटपाट की पूरी साजिश रची और कामयाब रहा। उसने अलार्म बजाए बिना लूट को अंजाम देने की साजिश की। उसने कार्यालय के अंदर घुसते हुए अलार्म सिस्टम और संपर्क सूत्रों को नष्ट कर दिया ताकि कोई बाहर लूट की सूचना न दे दें। उसके बाद उसने सीसीटीवी कैमरे पर स्प्रे छिडक दिया और हार्ड ***** को निकालकर ले गए। उन्होंने उपकरणों को पोरूर में कुवम नदी में फेेंक दिया। कर्मचारियों को चाकू की नोंक पर धमकाया और लॉकर खोलकर 31.700 ग्राम सोना लूटकर बाइक से फरार हो गए।
कोयम्बत्तूर व विल्लुपुरम भाग गए
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चारों आरोपी सूना लूटने के बाद कोयम्बेडु गए और वहां से पल्लावरम पहुंचे जहां उन्होंने एक लॉज में लूटे हुए सोने का बंटवारा किया। लॉज में उन्होंने सोना पिघलाने की कोशिश की लेकिन धुंआ अधिक निकलने की वजह से पकड़े जाने का डर था। इसलिए वे वहां से भाग गए। रविवार को दो आरोपित और सोमवार को लूटपाट का मास्टरमाइंड के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस ने 18 किलो सोना बरामद कर लिया था।
मंगलवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी सूर्या से पूछताछ की गई जिसमें पता चला कि उसने विल्लुपुरम में किसी को सोना छिपाकर रखा था। पुलिस विल्लुपुरम पहुंची और सोना जब्त किया। लूटे गए सोने को बेचने में मदद करने वाले कोयम्बत्तूर के दो ज्वेलरी शॉप के कर्मचारियों से विशेष पुलिस बल पूछताछ कर रही है।