scriptEV निर्माता Ather एनर्जी एक्सपीरियंस सेंटर में लगी आग, कई स्कूटर जलकर खाक | Ather Energys Chennai showroom catches fire, first incident with manu | Patrika News

EV निर्माता Ather एनर्जी एक्सपीरियंस सेंटर में लगी आग, कई स्कूटर जलकर खाक

locationचेन्नईPublished: May 28, 2022 06:27:18 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

एक्सपीरियंस सेंटर जल्द ही चालू हो जाएगा। हालांकि यह नहीं बताया कि आग किस वजह से लगी। कंपनी स्थानीय दमकल अधिकारियों की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

Ather Energys Chennai showroom catches fire, first incident with manu

Ather Energys Chennai showroom catches fire, first incident with manu

चेन्नई.

देश में इलेक्ट्रिक व्हेकिल में आग लगने की खबरें लगातार सुर्खियां बटोर रही हैं, अब चेन्नई में इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता एथर एनर्जी एक्सपीरियंस सेंटर में आग लगने की खबर सामने आई है। कंपनी ने कहा कि चेन्नई में उसके परिसर में आग लगने की मामूली घटना सामने हुई है। ईवी कंपनी ने शनिवार को कहा, जबकि कुछ संपत्ति और स्कूटर नष्ट हुए हैं, लेकिन शुक्र है कि सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और चीजें नियंत्रण में हैं। एक्सपीरियंस सेंटर जल्द ही चालू हो जाएगा। हालांकि यह नहीं बताया कि आग किस वजह से लगी। कंपनी स्थानीय दमकल अधिकारियों की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

यह पहली बार है जब एथर एनर्जी आग की घटना के लिए खबरों में आई है, क्योंकि देशभर में कई शीर्ष ईवी कंपनियां बैटरी विस्फोट और आग की घटनाओं पर सरकारी जांच का सामना कर रही हैं। दरअसल इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की पहली घटना पिछले साल सितम्बर में सामने आई थी। इसके बाद पिछले 6 महीनों में 2 दर्जन से ज्यादा ईवी और यहां तक कि कुछ डीलरशिप में आग लगी है। हालांकि, एथर के लिए यह इस तरह की पहली घटना है। इस कंपनी को देश में ईवी निर्माताओं में सबसे विश्वसनीय ब्रांड माना जाता है। कंपनी को भारत की सबसे बड़े टू व्हीलर मेकर हीरो मोटोकॉर्प का सपोर्ट हासिल है। इस स्टार्टअप में हीरो मोटोकॉर्प की 35 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

इस बीच, ईवी आग की घटनाओं की जांच कर रहा एक सरकारी पैनल अगले सप्ताह अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए तैयार है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) जिसे केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा ईवी आग की घटनाओं की जांच का काम सौंपा गया था, उसने बैटरी पैक और मॉड्यूल के डिजाइन सहित बैटरी में गंभीर दोष पाया है।

ये दोष इसलिए होते हैं क्योंकि बिजली के दोपहिया निर्माता जैसे ओकिनावा ऑटोटेक, प्योर ईवी, जितेंद्र इलेक्ट्रिक वाहन, ओला इलेक्ट्रिक और बूम मोटर्स ने लागत में कटौती के लिए निम्न-श्रेणी के सामान का उपयोग किया हो सकता है। डीआरडीओ में सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (सीएफईईएस) ने मंत्रालय को अपनी तथ्य-खोज रिपोर्ट सौंप दी है।

ट्रेंडिंग वीडियो