Athi varadar darshan: अत्तिवरदर के दर्शन के समय कोई भगदड़ नहीं हुई : राज्य सरकार
चेन्नईPublished: Jul 27, 2019 04:12:36 pm
Tamilnadu राज्य सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट को जानकारी देते हुए कहा है कि कांचीपुरम Kanchipuram में चल रहे प्रकाट्योत्सव में अत्तिवरदर Athi varadar के दर्शन के दौरान किसी प्रकार की भगदड़ नहीं मची थी।
Athi varadar darshan: अत्तिवरदर के दर्शन के समय कोई भगदड़ नहीं हुई : राज्य सरकार
चेन्नई. Tamilnadu राज्य सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट को जानकारी देते हुए कहा है कि कांचीपुरम Kanchipuram में चल रहे प्रकाट्योत्सव में अत्तिवरदर Athi varadar के दर्शन के दौरान किसी प्रकार की भगदड़ नहीं मची थी। छह लोगों की मौत दर्शन करने के बाद हुई थी।
हाईकोर्ट में दायर पांच याचिकाओं में आरोप लगाया गया है कि अत्तिवरदर प्रकाट्य उत्सव में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने की वजह से श्रद्धालुओं में भगदड़ मची जिससे छह लोगों की मौत हो गई।
याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कोर्ट को जानकारी देते हुए कहा याचिका में लगाए गए आरोप सरासर गलत हैं। सच तो यह है कि दर्शन करने के बाद उन लोगों की उस जगह गिर कर मौत हुई जहां कोई भीड़ नहीं थी। उन्होंने कहा कि १८ जुलाई को अत्तिवरदर के दर्शन के लिए २.७५ लाख श्रद्धालु पहुंचे थे और अब तक ३४ लाख भक्तों ने दर्शन किए हैं।
दलीलों को रिकॉर्ड करने के बाद न्यायाधीश एस. मणिकुमार और सुब्रमण्यम प्रसाद की खंडपीठ ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अगर वहां पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी तो १८ जुलाई को २.७५ लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कैसे किए? इसके अलावा इस तरह के आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेना राज्य और जिला प्रशासन का काम है। श्रद्धालुओं की मांग, जिसमें सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीआईएसएफ या बीएसएफ के जवानों को तैनात करने का आग्रह किया गया है, पर कोर्ट ने कहा कि विशेष सुरक्षा बलों को हर जगह तैनात नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने अतिरिक्त महाधिवक्ता से सवाल किया कि क्या श्रद्धालुओं को मुख्य देवता वरदराज पेरुमल के भी दर्शन करने दिए जा रहे हैं? जिसके जबाव में अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कहा गत १८ जुलाई तक दोनों देवताओं के दर्शन करने की अनुमति थी, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे के बाद से इसे अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है। खंडपीठ ने अगली सुनवाई २९ तक के लिए स्थगित कर दी।