आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार कर्नाटक के हितों का ध्यान तो रख रही है। वहां चुनाव के कारण कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन में जान बूझ कर देरी की जा रही है…
इसी तरह मनिथानाय मक्कल कच्ची के सदस्यों ने मेट्टुपलायम बस स्टैंड के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार कर्नाटक के हितों का ध्यान तो रख रही है। वहां चुनाव के कारण कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन में जान बूझ कर देरी की जा रही है। यह तमिलनाडु के साथ सौतेला व्यवहार है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि वर्तमान स्थिति में राज्य में आईपीएल का आयोजन करना बुद्धिमता पूर्ण निर्णय नहीं है। इधर कोयम्बत्तूर में उक्कडम सहित शहर के सभी इलाकों में मछली व्यापारियों ने कावेरी मुद्दे पर अपने प्रतिष्ठान बंद रहे। व्यापारियों का कहना था कि जब पानी ही नहीं होगा तो फसल कैसे होगी। पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाएगा।उन्होंने केन्द्र सरकार की आलोचना की।
इसी तरह मनिथानाय मक्कल कच्ची के सदस्यों ने मेट्टुपलायम बस स्टैंड के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार कर्नाटक के हितों का ध्यान तो रख रही है। वहां चुनाव के कारण कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन में जान बूझ कर देरी की जा रही है। यह तमिलनाडु के साथ सौतेला व्यवहार है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि वर्तमान स्थिति में राज्य में आईपीएल का आयोजन करना बुद्धिमता पूर्ण निर्णय नहीं है। इधर कोयम्बत्तूर में उक्कडम सहित शहर के सभी इलाकों में मछली व्यापारियों ने कावेरी मुद्दे पर अपने प्रतिष्ठान बंद रहे। व्यापारियों का कहना था कि जब पानी ही नहीं होगा तो फसल कैसे होगी। पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाएगा।उन्होंने केन्द्र सरकार की आलोचना की।