scriptअण्णा विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों के चेहरा ढंकने पर रोक | Ban on students faces covring in Anna University campus | Patrika News

अण्णा विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों के चेहरा ढंकने पर रोक

locationचेन्नईPublished: Sep 08, 2018 05:24:00 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

रैगिंग रोकने रैगिंग रोकने की नई पहल

Ban on students faces covring in Anna University campus

अण्णा विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों के चेहरा ढंकने पर रोक

चेन्नई. अण्णा विश्वविद्यालय ने अपने परिसर में रैगिंग रोकने के लिए नए नियम बनाया है। गौरतलब है कि ऑनलाइन कॉउंसिलिंग समाप्त होने के बाद 3 सितंबर से विश्वविद्यालय एवं इससे संबंधित महाविद्यालयों में कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। परिसर में रैगिंग रोकने तथा शांतिपूर्ण माहौल तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने नए नियम तैयार किए हैं।
इसके तहत विश्वविद्यालय एवं इससे संबद्ध महाविद्यालयों में एंटी रैगिंग समिति बनाई गई है। रैगिंग को रोकने के लिए इस समिति के सदस्य नियमित रूप से दौरा करेंगे। इस नियम के तहत छात्राओं को दुपट्टे से चेहरा ढकने के लिए मना किया गया है। परिसर के भीतर हेल्मेट पहनने वाले छात्रों को अपना चेहरा दिखाने के लिए विजर हटाना होगा। कैंपस के भीतर सेलफोन का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा।
इसके अलावा परिसर के भीतर विद्यार्थियों के समूह में घूमने तथा कक्षा में सोने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। विद्यार्थियों को कॉलेज के अधिकारी या एंटी रैगिंग समूह के सदस्यों द्वारा पहचान पत्र मांगे जाने पर आई कार्ड दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के प्राधिकारियों ने बताया कि ये सभी नियम रैगिंग को पूरी तरह से रोकने के लिए बनाए गए हैं।

………………………………………………………

जयललिता मृत्यु मामला : अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे बंद करने के आदेश किसने दिए?

Ban on students faces covring in Anna University campus
चेन्नई. जयललिता की मृत्यु के कारणों व परिस्थितियों की जांच कर रहे जस्टिस आरमुगसामी न्यायिक जांच आयोग ने अपोलो अस्पताल से पूछा है कि वहां उपचाररत पूर्व मुख्यमंत्री की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग बंद करने के आदेश किसने दिए थे? जांच आयोग के समक्ष ४० से अधिक अधिकारियों, जयललिता के परिजनों व कर्मचारियों की पेशी और गवाही हो चुकी है। अपोलो अस्पताल के कार्यकारी अधिकारी सुब्बय्या शुक्रवार को पेश हुए।
सेवानिवृत्त जज ने उनसे एक के बाद एक कई सवाल किए। सूत्रों के अनुसार जज ने पूछा कि २२ सितम्बर २०१६ को जयललिता को जब भर्ती कराया गया था उस वक्त उनको पेसमेकर लगाए जाने की जरूरत थी लेकिन अस्पताल के बुलेटिन में कहा गया कि निर्जलीकरण और बुखार की वजह से वे अस्पताल में हैं। मीडिया में यह बुलेटिन किसके कहने पर जारी की गई?
जस्टिस ने पूछा कि इलाज के लिए भर्ती जयललिता के आस-पास के क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे बंद करने के आदेश किसने दिए? जयललिता को भर्ती कराने अथवा विभिन्न टेस्टिंग के लिए की गई आवाजाही के वक्त वीडियो फुटेज का क्या हुआ? आयोग ने अस्पताल को निर्देश दिया है कि वह सात दिन के भीतर जयललिता से जुड़े सभी सीसीटीवी फुटेज पेश करे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो