कैसे हुई धोखाधड़ी
इंडियन ओवरसीज बैंक में एमिली सोला नाम की महिला का खाता था। पूर्व चीफ मैनेजर एस. शेख मोइद्दीन और सहायक ब्रांच मैनेजर चिन्नादुरै ने नकली दस्तावेजों की मदद से उसके फ्रीज हुए खाते को फिर से शुरु किया और जनवरी में उसके मोबाइल की एसएमएस अलर्ट सुविधा को बंद कर दिया। उसके नाम से तत्काल डेबिट कार्ड बनवा कर बिना किसी रिकार्ड की खानापूर्ति किए उसके एटीएम से 25 लाख रूपए निकाल लिए।
यूं आया मामला सामने
एमिली सोला की मौत 2014 में हो चुकी थी। एमिली सोला के पति दुरैराज ने उसकी मौत के लगभग पांच साल बाद जुलाई में बैंक में अपनी पत्नी के खाते के बारे में जानकारी मांगी। तब उसे पता चला कि उसके खाते से उसकी मृत्यु के बाद भी पैसों का स्थानातंरण हो रहा है। दुरैराज ने बैंक को बताया कि एमिली के बाद उसके परिवार के किसी सदस्य ने बैंक के साथ किसी तरह का लेनदेन नहीं किया है। उसकी शिकायत पर आईओबी के सर्तकता अधिकारी एन. सुब्रमणियम ने इस मामले की जांच की और इसमें शेख और उसके सहायक की लिप्तता पाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।