राघवन ने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि वह कानूनी कार्रवाई करेंगे। राघवन ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि धर्म की जीत होगी। प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने राज्य के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई के साथ मिलकर बातचीत की है। मैं अपनी पार्टी के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। राघवन ने कहा कि तमिलनाडु के लोग और उनके करीबी उन्हें जानते हैं। मैं बिना किसी उम्मीद के पिछले 30 साल से सेवा कर रहा हूं।
वीडियो जारी करने वाले रविचंद्रन ने दावा किया है कि वीडियो को जारी करने के लिए अन्नामलाई की सहमति थी। उसने एक व्हाट्सएप चैट जारी की जिसमें भाजपा के राज्य नेता ने कहा कि वीडियो जारी किया जाना चाहिए यदि यह माना जाता है कि महिला के लिए न्याय जीता जाना है।
वहीं प्रेस को दिए एक विस्तृत बयान में अन्नामलाई ने कहा कि वह पहले से ही वीडियो से अच्छी तरह वाकिफ थे, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की क्योंकि रविचंद्रन ने शर्त रखी थी कि पार्टी को राघवन को दंडित करना चाहिए।
अन्नामलाई ने बयान में कहा कि बार-बार यह कहने के बाद कि वह वीडियो के आधार पर राघवन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे। रविचंद्रन ने क्लिप जारी कर दी थी। भाजपा नेता अन्नामलाई ने कहा मुझे यकीन है कि राघवन इससे बाहर निकलेंगे और अपना नाम साफ करेंगे।
रविचंद्रन ने अपना खुद का वीडियो चैनल शुरू करने से पहले राज्य में एक टेलीविजन पत्रकार थे, जो डिबेट का आयोजन करता था। पेशे से वकील राघवन सालों से पार्टी के प्रवक्ता थे। वे प्रदेश महासचिव-भाजपा भी रहे। टेलीविजन पर होने वाली बहसों में शामिल होने के अलावा वह कई वर्षों तक चेन्नई के कांचीपुरम जिले में पार्टी निर्माण कार्य में भी शामिल रहे हैं।