'बाय बैकÓ योजना : शराब की खाली बोतलें स्टोर नहीं कर सकेंगे...खाली बोतल लौटाने पर ग्राहक को मिलेंगे पैसे
नीलगिरी की लागू की योजना...उच्च न्यायालय के आदेश के बाद ... बोतलों का कचरा कम करने के लिए फैसला
चेन्नई
Published: June 07, 2022 10:48:41 pm
कोयंबत्तूर. उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नीलगिरि में लागू की गई खाली शराब की बोतलों की 'बाय बैक' योजना ने प्राचीन पहाड़ी को एक बेहतर पर्यटन स्थल में बदल दिया है, जिससे बोतल का कचरा लगभग कम हो गया है। पहल ने पर्यटन स्थलों में बोतल कूड़ेदान के साथ वांछित परिणाम देना शुरू कर दिया है, जिसमें काफी कमी आई है। प्रारंभ में केवल 10 प्रतिशत खाली शराब की बोतलें तस्माक की दुकानों को लौटाई गईं लेकिन एक पखवाड़े के भीतर दुकानों में वापस आने वाली बोतलों की मात्रा धीरे-धीरे बढ़कर लगभग 50 प्रतिशत हो गई। जैसा कि रेस्तरां और कॉटेज चलाने वाले खाली बोतलों को थोक में सौंपने के लिए स्टॉक करते हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उनकी संख्या और बढऩे की संभावना है।
ये है योजना.....
10 रुपए अतिरिक्त शुल्क, बोतल लौटाने पर वापस
जिलेभर में 75 दुकानों में बेची जाने वाली शराब की बोतलों पर दुकान के विवरण के साथ बार-कोड किया गया है और ग्राहकों से 15 मई से बेची जा रही प्रत्येक बोतल के लिए 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। जब ग्राहक उन खाली बोतलों को वापस कर देंगे तो वह अतिरिक्त राशि वापस कर दी जाएगी।
पहले रेट कम मिलने से नहीं करते थे परवाह
जिला राजस्व अधिकारी (तस्माक-कोयंबत्तूर क्षेत्र) और वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक आर. गोविंदराजुलू ने कहा, भले ही लापरवाह पर्यटक शराब की बोतलें पीने के बाद फेंक देते हैं। कूड़ा बीनने वाले उन बोतलों को इक_ा करते हैं और पैसे पाने के लिए उनको तस्माक की दुकानों को सौंप देते हैं। इससे पहले उन्हें मुश्किल से प्रति बोतल 50 पैसे मिलते थे इसलिए कभी भी बिखरी हुई बोतलों को इक_ा करने की परवाह नहीं करते थे।
33 टन बोतलें इक_ी कीं
पर्यावरण को होने वाले नुकसान का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बायबैक योजना के लागू होने से पहले सड़कों के किनारे, जंगल में और खुले स्थानों पर फेंकी गई 33 टन खाली शराब की बोतलें स्वयंसेवकों की एक संयुक्त टीम द्वारा एक सप्ताह के लंबे अभियान में इक_ी की गईं। शराब के दुकानदारों ने कहा कि उनकी दुकानों में जगह की कमी है और वे उपभोक्ताओं से प्राप्त शराब की खाली बोतलों को स्टोर नहीं कर सकते।
खाली बोतलों को हटाने का टेंडर
तमिलनाडु तस्माक वर्कर्स वेलफेयर एसोसिएशन के नीलगिरी जिले के अध्यक्ष आर चंद्रशेखरन ने कहा, पिछले 15 दिनों में 'बायबैक' योजना के तहत अब तक कम से कम 13 लाख बोतलें प्राप्त हुई हैं और उन्हें स्टोर करने के लिए दुकानों में कोई जगह नहीं बची है इसलिए इन खाली बोतलों को रोजाना साफ करना चाहिए। साथ ही हर बोतल में बार कोड लेबल चिपकाना कर्मचारियों के लिए एक श्रमसाध्य कार्य बन गया है। इसके बजाय अकेले नीलगिरि जिले को निर्माता द्वारा एक अलग लेबल के साथ शराब की बोतलों की आपूर्ति की जानी चाहिए। हालांकि आर. गोविंदराजुलू ने आश्वासन दिया कि दुकानों से खाली शराब की बोतलें हटाने के टेंडर को अंतिम रूप दिया जा रहा है और एक दो दिनों में काम शुरू हो जाएगा। ग्रीष्म उत्सव के लिए 5 लाख से अधिक पर्यटकों के साथ शराब की दुकानों में पिछले महीने कारोबार में तेजी देखी गई।

'बाय बैकÓ योजना : शराब की खाली बोतलें स्टोर नहीं कर सकेंगे...खाली बोतल लौटाने पर ग्राहक को मिलेंगे पैसे
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
