उन्होंने बताया कि यदि इस रोग का समय रहते पता चल जाए तो इंजेक्शन से इसे ठीक किया जा सकता है। इसका इलाज किया जा सकता है। देर से पता चलने पर कई बार सर्जरी की नौबत आती है। 50 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को खाने में कैल्शियम की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। उन्हें जौ, बाजरा, दूध, बादाम एवं डेयरी पदार्थ को खाने में बढ़ा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 50 से अधिक उम्र की महिला एवं 60 साल से अधिक उम्र के पुरुष को 60 साल की उम्र के बाद डेक्सा स्कैन करा लेना चाहिए। इससे बोन की गुणवत्ता का पता चलता है। इस रोग से बचने के लिए विटामिन डी के साथ साथ शारीरिक व्यायाम तथा टहलना जरूरी है।