आशा है कि वे जल्द ही बिल पर अपनी स्वीकृति प्रदान करेंगे। बिल को लेकर उन पर बार बार दबाव बनाना सही नहीं है। उल्लेखनीय है कि बिल के संबंध में दो दिन पहले जयकुमार, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर, उच्च शिक्षा मंत्री केपी अन्बलगन, लॉ मंत्री सीवी षणमुगम और शिक्षा मंत्री केए सेंगोट्टयन ने राज्यपाल से मुलाकात कर प्रस्तावित बिल पर अपनी मंजूरी देने का आग्रह किया था।
उल्लेखनीय है कि गत 15 सितंबर को इस संबंध में राज्यपाल को विधेयक भेजा गया था। काफी समय बित जाने के बाद भी मंजूरी नहीं मिलने के बाद डीएमके समेत राज्य की विभिन्न विपक्षी दलों ने विरोध करना शुरू कर दिया। वहीं डीएमके ने इस संबंध में विरोध प्रदर्शन करने की भी घोषणा की है। जिसके बाद राज्यपाल ने गुरुवार को कहा कि आगामी 4 सप्ताह के अंदर इस पर निर्णय लिया जाएगा।