स्टालिन ने कहा केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लोगों के स्वास्थ्य और आर्थिक संकट में किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिल रहा है। सभी को खुद का खयाल रखते हुए सुरक्षित रहना पड़ रहा है। स्टालिन ने कहा केंद्र और राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोरोना महामारी के दौरान देश को आर्थिक रूप से उबरने में कई साल लग जाएंगे। वसंतकुमार के साथ हुई बातचीत को याद करते हुए स्टालिन ने कहा वसंतकुमार के चेहरे पर हमेशा मुसकान रहती थी, लेकिन अब उन्होंने सबको रोते हुए छोड़ दिया है। उनका जीवन सभी को काफी कुछ सिखाता है।
उनके जीवन से पता चलता है कि आत्मविश्वास और सफल होने की ललक ही व्यक्ति को महान ऊंचाईयों तक ले जाती है। तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केएस अलगिरी ने कहा वसंतकुमार का हसने वाला चेहरा हमेशा याद रहेगा। वीसीके अध्यक्ष तोल तिरुमावलनवन ने कहा वसंतकुमार काफी मेहनती व्यक्ति थे। संसद सत्र के दौरान वे दैनिक आधार पर विभिन्न मुद्दों पर नोट्स तैयार करते थे और सत्र की कार्रवाही खत्म होने तक रूकते थे।
उनका निधन तमिलनाडु के लिए ही नहीं बल्कि जनतंत्र के लिए भी बहुत बड़ी क्षति है। इस दौरान सीपीआईएम के बालकृष्णन, सीपीआई के आर. मुत्तरसन, डीके के के. वीरामणि और टीएनसीसी के पूर्व अध्यक्ष समेत अन्य पार्टी के नेता भी उपस्थित थे।