अपनी फर्म के जरिए आरोपियों ने लोगों को शेयर मार्केट में पैसा लगाने के लिए कहा। निवेशकों से वादा किया गया कि 134 दिनों के अंदर उनकी रकम दोगुनी हो जाएगी। महानगर पुलिस के मुताबिक इस फर्जी कंपनी के जाल में फंसकर पिछले चार साल के दौरान हजारों लोगों ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए पैसे भेजे। बालचंदर समेत तीनों आरोपियों ने इन पैसों को अपने ऊपर बेहिसाब खर्च किया। गत फरवरी में अचानक फर्म बंद करके तीनों फरार हो गए।
महानगर पुलिस आयुक्त कार्यालय को इस मामले में 30 शिकायतें मिली जिनमें संदिग्ध आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई। फर्जीवाड़े के मामलों को देखने वाली सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम ने इस संबंध में केस दर्ज करने के बाद आरोपी बालचंदर को गिरफ्तार कर लिया। जांच के बाद पुलिस ने बताया कि उसे शक है इन तीनों ने इसी तरह से 10 हजार लोगों से धोखाधड़ी की है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।