चंगलपेट जिले के सरकारी अस्पातल में करीब 500 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिसकी वजह से ऑक्जीन की मांग बढ़ गई है। मंगलवार रात 13 लोगों की मौत के बाद कलक्टर ने अस्पताल का दौरा किया और एक घंटे के भीतर परिसर में ऑक्सीजन के टैंकर पहुंच गए। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि हालांकि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होतम ही कर्मचारियों ने एम्बुलेंस से ऑक्सीजन निकालकर अस्पताल पहुंचाया लेकिन बहुत ज्यादा फायदा नहीं हुआ। ऑक्सीजन उन लोगों तब पहुंचाया गया जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत थी।
हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी नहीं है। अधिकारियों ने दावा किया कि कितने मरीजों की मौत हुई है, इसके लिए एक जांच शुरू कर दी गई है। अस्पताल में मातम पसरा हुआ है जहां खबर सुनने के बाद मृतकों के परिजन रोते-बिलखते नजर आए। मृतकों के परिवारों ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया और आरोप लगाया कि यहां ऑक्सीजन की कमी थी और वहां नारेबाजी की।
चंगलपेट जिला कलक्टर ए जॉन लुइस ने अस्पताल का दौरा किया और जांच पड़ताल के बाद कलक्टर ने कहा कि अस्पताल में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा थी लेकिन मुख्य ट्यूब में कोई समस्या थी इसलिए इसकी आपूर्ति नहीं की जा सकी। जिनकी मौत हुई सभी 13 मरीज अत्यंत गंभीर थे।कलक्टर ने कहा कि जांच जारी है और अगर गलती अस्पताल की है तो कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि चेन्नई से लगा यह जिला कोरोना वायरस से काफी प्रभावित है और यहां हर दिन औसतन 1500 नए केस मिलते हैं।