वहीं चेन्नई में 10 अगस्त तक 1,10,121 लोग संक्रमित हुए जबकि इसी अवधि में 96,466 लोग ठीक हुए। 11,328 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस हिसाब से कुल संक्रमितों का 87.6 प्रतिशत लोग रोगमुक्त हो गए। महानगर में 10.28 प्रतिशत एक्टिव मामले है। वहीं मृत्यु दर बढकऱ 2.11 प्रतिशत हो गई है।
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि महानगर में मृत्यु दर के ग्राफ को नीचे लाने पर काम किया जा रहा है। आने वाले कुछ सप्ताह में मृत्यु दर 1.5 प्रतिशत लाने की प्राथमिकता होगी। एक अधिकारी ने बताया कि हम कोरोना संक्रमित उन मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर रहे है जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। अबतक 600 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने का उद्देश्य मृत्यु दर कम करना है। ऐसे मरीजों को कोरोना टेस्ट कराने के बाद सीधे अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। प्रत्येक दिन 15-20 मरीजों को सीधे अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
एक लाख के पार पहुंची संख्या
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक अगस्त को जब चेन्नई में कुल संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार पहुंच गई, उस दिन केवल 1305 लोग संक्रमण मुक्त हुए, जबकि उस दिन 1074 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए थे। हालांकि, इसके अगले दिन संक्रमित मामले और ठीक होने वालों की संख्या लगभग समान थी।
कोरोना का पता लगाने को बढ़ाई जांच
चेन्नई में कोविड-19 के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर सरकार ने जांच की संख्या बढ़ाकर 10 हजार रोजाना के स्तर पर ले गई और संक्रमण के स्तर का पता लगाने के लिए सर्वे कराया जा रहा है।