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चंदयान-2 को लेकर चेन्नई के इंजीनियर का दावा, अब मिशन को लेकर फिर बढ़ी दिलचस्पी

locationचेन्नईPublished: Aug 02, 2020 03:07:26 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

चेन्‍नई के युवक का दावा, चंद्रमा पर चंद्रयान-2 के रोवर प्रज्ञान ने की चहलकदमी
 

Chennai techie claims Chandrayaan-2 rover may still be intact on moon’s surface

Chennai techie claims Chandrayaan-2 rover may still be intact on moon’s surface

चेन्नई.

चेन्नई के रहने वाले एक इंजीनियर षणमुगम सुब्रमण्यन ने दावा किया है कि चंद्रयान-2 में भेजा गया रोवर सही-सलामत चांद की सतह पर मौजूद है और कुछ दूरी तक चला भी है। उसने ट्विटर पर कई फोटो पोस्ट कर दावा किया है कि रोवर (प्रज्ञान) चंद्रयान से जुड़ा हुआ है और वह विक्रम लैंडर से कुछ मीटर दूर तक चला है।

ज्ञातव्य है कि 22 जुलाई 2019 के दिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा पर चंद्रयान-2 भेजा था लेकिन इसरो का चंद्रयान 2 मिशन असफल हो गया। हालांकि चंद्रयान-2 को सफल बनाने के लिए इसरो ने एडी-चोटी का जोर लगा दिया लेकिन इसरो के वैज्ञानिकों ने सफलता हाथ नहीं लेगी। वहीं, अब लगभग एक साल बाद चंद्रयान के सफल होने की एक बार फिर उम्मीद जगी है, दरअसल चेन्नई के एक युवक ने दावा किया है कि चंद्रयान-2 के तहत चंद्रमा पर भेजा गया प्रज्ञान रोवर बिल्कुल ठीक है। जिसके बाद इसरो ने भी इस दावे की जांच करने की बात कही है।

दरअसल, षणमुगम सुब्रमण्यन ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ओर से जारी तस्वीरों का विश्लेषण किया है। इन तस्वीरों के विश्लेषण के बाद सुब्रमण्यन ने दावा किया है कि चंद्रयान-2 के तहत चंद्रमा पर भेजा गया प्रज्ञान रोवर ने सॉफ्ट लैंडिंग की है और फिर वह कुछ मीटर आगे भी बढ़ा है। अपने ट्वीट में सुब्रमण्यम ने कई प्वाइंट लिखे है। जिसके मुताबिक,

‘1, मैंने जो मलवा खोजा है वो विक्रम लैंडर का था।

2. नासा ने जो मलवा खोजा था, वो शाय दूसरे पेलोड, अंटीना, रेट्रो ब्रेकिंग इंजन, सोलर पैनल या अन्य चीज का था।

3. प्रज्ञान रोवर विक्रम लैंडर से बाहर निकला था और वो कुछ मीटर तक चला भी था।’

अपने अगले ट्वीट में सुब्रमण्यम ने लिखा, ‘ चांद पर प्रज्ञान रोवर को पहचानना मुश्किल है क्योंकि वो चांद की दक्षिणी ध्रुव पर मौजूद है। उस हिस्से में रोशनी कम रहती है, यहीं कारण है कि नासा के 11 नवम्बर को प्लाईबाई के दौरान वो नहीं देखा जा सका। ऐसा लगता है कि लैंडर तक कुछ दिनों में कमांड पहुंचे थे। इस बात की भी पूरी संभावना है कि लैंडर कमांड रिसीव कर रहा होगा।

वह उस प्रज्ञान रोवर तक भी भेज रहा होगा। लेकिन उसे वापस धरती पर भेजने पर वह सक्षम नहीं होगा।’ वहीं, सुब्रमण्यम के इस ट्वीट के बाद अब इसरो के चेयरमैन के सिवन ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है, ‘हमें सुब्रमण्यन से जानकारी मिली है। हमारे विशेषज्ञ इस मामले का विश्लेषण कर रहे हैं।’

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