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चेन्नई में किए गए दूसरे सीरो सर्वे में केवल 32% लोगों में ही एंटीबॉडी मिली

locationचेन्नईPublished: Oct 21, 2020 08:44:27 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए चेन्नई में दूसरा सीरो सर्वे हुआ
 

Chennais Covid19 antibody Serosurvey-II conducted by Chennai Corporation

Chennais Covid19 antibody Serosurvey-II conducted by Chennai Corporation

चेन्नई.

चेन्नई में कोरोना संक्रमण के स्तर की जांच के लिए किए गए दूसरे सीरो सर्वे की रिपोर्ट आ गई है। दूसरे सीरो-सर्वे में केवल 32.3 प्रतिशत लोगों में ‘IgG एंटीबॉडी’ (प्रतिरक्षी) पाए गये हैं। एंटीबॉडी मिलने का मतलब ऐसे लोग जो संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं और उनके शरीर में वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए एंटीबॉडी बन चुकी है, लेकिन उन्हें इसका पता नहीं चला। इसका मतलब है कि चेन्नई में प्रत्येक तीन में से एक व्यक्ति वायरस के संपर्क में आया है।

चेन्नई नगर निगम के अनुसार अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में दूसरे सीरो सर्वे के लिए चेन्नई के सभी 15 जोन के 10 साल से अधिक उम्र के 6,389 लोगों के नमूने लिए गए थे। दूसरे सीरो-सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्षों ने सुझाव दिया कि इनमें 6,389 लोगों में से 32 फीसदी लोगों में कोरोना एंटीबॉडी पाई गई है। यानी 6389 लोगों में से 2062 लोगों में कोरोना को मात देने वाली एंटीबॉडी मिली है।

चेन्नई में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए सीरो सर्वे का दूसरा चरण शुरू किया गया था। नगर निगम आयुक्त जी. प्रकाश को उम्मीद थी कि दूसरे सीरो सर्वे में 40 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी मिलेगी, लेकिन बुधवार को जारी नतीजो से यह पता लग गया कि इस समय कितने फीसदी लोगों में संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी बन चुकी हैं। इससे कोरोना की स्थिति का विस्तारपूर्वक विश्लेषण किया जा सकेगा। नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं करने वाले लोगों के लिए सीरो-सर्वे एक महत्वपूर्ण सबक है।

इससे पहले राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र एनसीडीसी और चेन्नई नगर निगम ने 18 से 28 जुलाई के बीच सर्वे करवाया था। पहले सीरो सर्वे में 51 वार्ड के 12,405 लोगों के ब्लड़ सैंपल एकत्र किए गए थे जिनमें 21.5 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी मिली। यानी 12402 लोगो ंमें 2,673 लोगों के अंदर कोरोना से लडऩे की क्षमता थी।

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