मोदी ने पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चीन की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ पर बधाई देते हुए कहा तमिलनाडु राज्य और ऐतिहासिक शहर चेन्नई सदियों से भारत और चीन के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक आदान प्रदान का साक्षी रहा है।
उनको खुशी है कि उन्हें इस सांस्कृतिक धरोहर के कुछ सर्वोत्कृष्ट उदाहरणों से परिचित कराने का गौरव मिला। पिछले दो हजार सालों के अधिकांश काल खंड में भारत और चीन दुनिया की प्रमुख शक्तियां रही हैं। अब इस शताब्दी में हम फिर से साथ-साथ उस स्थिति को प्राप्त कर रहे हैं।
मोदी ने कहा वुहान समिट की भावनाओं से हमारे संबंधों को नया वेग और विश्वास मिला है। आज के चेन्नई विजन से दोनों देशों के बीच सहयोग का नया दौर शुरू होगा।
चीन के राष्ट्रपति ने बैठक में कहा, हम भारत की मेजबानी से आल्हादित है। मैंने और मेरे साथियों ने इसे बड़ी गहराई से महसूस किया है। यह मेरे और हमारे लिए बहुत ही शानदार अनुभव रहा।
इस अनौपचारिक शिखर वार्ता से कई विषयों पर चर्चा करने का मौका मिला और उनको खुशी है यह विचार मोदी का था। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मोदी से हुई बातचीत के दौरान जो प्रस्ताव उनके सामने रखे गए हैं उन पर वे विचार करेंगे।