हिंदी बाहुल्य साहुकारपेट इलाके में भी सफाई की व्यवस्ता लचर है। विभिन्न जगहों पर कचरे garbage के ढेर साफ देखे जा सकते हैं। चाहे मुख्य मार्ग हो या फिर अन्य छोटी गलियां। हर जगह कचरे के ढेर मिल जाएंगे। कई जगह कचरा पात्र रखे हैं। लेकिन कई बार तो कचरा पात्र भर जाते हैं लेकिन इन्हें खाली करने वाले कर्मचारी ही कई दिनों तक नदारद रहते हैं। ऐसे में कचरा बीच सड़क तक फैल जाता है। इलाके में लावारिश विचरण करने वाले जानवरों के चलते भी कचरे में इजाफा होता जाता है।
साहुकारपेट की प्रमुख सड़कों में शुमार एनएससी बोस रोड एवं मिन्ट स्ट्रीट पर भी कचरे के ढेर लगे रहते हैं। वालटैक्स रोड से एनएससी बोस रोड के मुहाने पर रोज कचरा फैला रहता है। इसी तरह मिन्ट स्ट्रीट में भी चन्द्रप्रभु जैन नया मंदिर एवं आदियप्पा नायकन स्ट्रीट के पास लगे कचरा पात्र भर जाने के बाद पास में कचरे के ढेर लगे रहते हैं। एलिफेंट गेट स्ट्रीट में सड़क पर कचरा फैला रहता है। इस कारण स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को कचरे के ढेर में से होकर सड़क पार करनी पड़ती है। वहीं कचरा कई दिनों तक नहीं उठने से बदबू मारने लगता है। साथ ही महामारी फैलने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता हैं।