वर्तमान सरकार पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन व जयललिता के पदचिन्हों पर चलकर राज्य को कावेरी पानी का समुचित हिस्सा दिलाने में सफल रही है। मु यमंत्री ने आशा जताई कि इंद्रदेव की कृपा से बांध का जलस्तर अगले कुछ दिनों में 108 फीट से बढ़कर 120 फीट हो जाएगा
उल्लेखनीय है कि पलनीसामी राज्य के पिछले 83 वर्ष के इतिहास में पहले मु यमंत्री हैं जिन्होंने मेट्टूर बांध से पानी छोड़ा। इस मौके को ऐतिहासिक व सरकार की जीत बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन व जयललिता के पदचिन्हों पर चलकर राज्य को कावेरी पानी का समुचित हिस्सा दिलाने में सफल रही है। मु यमंत्री ने आशा जताई कि इंद्रदेव की कृपा से बांध का जलस्तर अगले कुछ दिनों में 108 फीट से बढ़कर 120 फीट हो जाएगा और चरणबध्द तरीके से और पानी छोड़ा जाएगा। पलनीसामी ने कहा कि राज्य के लगभग सभी बांधों व जलाशयों में भरपूर पानी है। सिरुवानी, मुल्ला पेरियार, अमरावती और भवानीसागर लबालब हैं। मु यमंत्री ने घोषणा की कि मेट्टूर में दो करोड़ की लागत से गरीबों व पिछड़ों के हक के लिए संघर्ष करनेवाले टीटीपी नेता रामसामी पदयातचियार की स्मृति में एक समारक स्तंभ बनाया जाएगा जिसमें उनकी आदमकद कांस्य प्रतिमा लगाई जाएगी और पार्क का निर्माण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पलनीसामी राज्य के पिछले 83 वर्ष के इतिहास में पहले मु यमंत्री हैं जिन्होंने मेट्टूर बांध से पानी छोड़ा। इस मौके को ऐतिहासिक व सरकार की जीत बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन व जयललिता के पदचिन्हों पर चलकर राज्य को कावेरी पानी का समुचित हिस्सा दिलाने में सफल रही है। मु यमंत्री ने आशा जताई कि इंद्रदेव की कृपा से बांध का जलस्तर अगले कुछ दिनों में 108 फीट से बढ़कर 120 फीट हो जाएगा और चरणबध्द तरीके से और पानी छोड़ा जाएगा। पलनीसामी ने कहा कि राज्य के लगभग सभी बांधों व जलाशयों में भरपूर पानी है। सिरुवानी, मुल्ला पेरियार, अमरावती और भवानीसागर लबालब हैं। मु यमंत्री ने घोषणा की कि मेट्टूर में दो करोड़ की लागत से गरीबों व पिछड़ों के हक के लिए संघर्ष करनेवाले टीटीपी नेता रामसामी पदयातचियार की स्मृति में एक समारक स्तंभ बनाया जाएगा जिसमें उनकी आदमकद कांस्य प्रतिमा लगाई जाएगी और पार्क का निर्माण किया जाएगा।