तीसरे मास्टर प्लान से पहले जनता की राय
चेन्नईPublished: Jul 11, 2021 09:07:23 pm
तीसरे मास्टर प्लान से पहले जनता की राय
चेन्नई. चेन्नई मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने तीन महीने में शहर के लिए अपनी तीसरी मास्टर प्लान तैयार करने से पहले जनता के विचार जानने का प्रस्ताव दिया है। इससे पहले, इसने अंतिम चरण के दौरान जनता के विचारों के लिए इसे जारी करने से पहले मसौदा तैयार किया। अब यह ईमेल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से सुझावों को आमंत्रित करने की योजना बना रहा है, जिन्हें मसौदे में ही शामिल किया जाएगा। कोविड -19 स्थिति के आधार पर जनसभाएं भी आयोजित की जाएंगी।
शहरी विकास विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम पारंपरिक तरीकों से एक आदर्श बदलाव है और चेन्नई मेट्रोपॉलिटन एरिया (सीएमए) के भविष्य के विकास से संबंधित दस्तावेज़ में सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ाएगा। आवास एवं शहरी विकास विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मसौदे को पूरा करने के बाद जनता के पास जाना अनावश्यक माना जाता था क्योंकि इसे संशोधित करना बोझिल हो जाएगा। लेकिन उनके सुझावों को पहले से ही प्राप्त करना और मास्टर प्लान के लिए उन पर विचार करना चीजों को आसान बनाता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अधिसूचना से पहले अपनी मंजूरी मिलने के बाद जनता के विचार भी लिए जाएंगे।
योजना प्राधिकरण ने तीसरी मास्टर प्लान के लिए प्रारंभिक कार्य शुरू कर दिया है, जो 2026 से प्रभावी होने की उम्मीद है। जबकि एक सलाहकार को कुछ महीनों में विजन दस्तावेज तैयार करने के लिए चुना जाएगा। सार्वजनिक विचारों को अगले तीन महीनों में मांगा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हम करीब छह महीने में लोगों की राय जानने की प्रक्रिया को पूरा करने पर विचार कर रहे हैं। अन्ना विश्वविद्यालय में शहरी इंजीनियरिंग के पूर्व प्रोफेसर केपी सुब्रमण्यम ने कहा कि तमिलनाडु टाउन एंड कंट्री प्लानिंग एक्ट, 1971 के अनुसार, सरकार के राजपत्र में एक नोटिस प्रकाशित किया जाना था, जिसमें जनता से आपत्तियां और सुझाव मांगे गए थे। मास्टर प्लान का मसौदा तैयार कर सरकार की ओर से सहमति दी जाती है।इसलिए, यह तीसरी मास्टर प्लान को पारदर्शी बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।