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ठंडे पेय बटो रहे ग्राहकों की भीड़

locationचेन्नईPublished: May 16, 2019 03:44:18 pm

Submitted by:

Dhannalal Sharma

गन्ना रस एवं नारियल पानी की मांग बढ़ीआविन पार्लरों में लगी है ग्राहकों की लाइन

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ठंडे पेय बटो रहे ग्राहकों की भीड़

चेन्नई. हर साल के मुकाबले इस साल गर्मी ने समय से करीब बीस दिन पहले तेजी पकड़ी है जबकि हर साल अग्नि नक्षत्र लगने के बाद गर्मी की तेजी बढ़ती थी लेकिन इस साल तो मार्च के मध्य से ही सूर्य किरणों ने अपना कहर बरपाना आरंभ कर दिया था जिससे लोगों का गर्मी के बारे घर से निकलना दूभर हो गया।
गर्मी के तेजी पकड़ते ही महानगर में ठंडे पेयों के अलावा गन्ना व तरबूज व खरबूज के रस, आविन उत्पाद आदि की मांग बढ़ गई जिससे इनकी दरों में भी तेजी आ गई। गर्मी एवं उमस के चलते बढ़ती प्यास ने लोगों को नारियल पानी की ओर अधिक आकर्षित किया है।
शहर में हर रोड के फुटपाथ पर कच्चे नारियल के ढेर लग गए हैं। इसके साथ ही नारियल के पानी की दर ३० से ५० रुपए प्रति नग तक पहुंच गई है वहीं गन्ने के रस का गिलास दस से बढ़कर पंद्रह रुपए प्रति गिलास में बिक रहा है।
यदि नारियल पानी विक्रेताओं की मानें तो उनका कहना है कि गत वर्ष के मुकाबले इस साल नारियल पानी की मांग करीब दुगुनी हो गई है। साथ ही दर भी बढ़ गई है। उनका यह भी कहना है कि गत वर्ष ग्राहकी कम होने का एक कारण विमुद्रीकरण भी रहा। ५०० एवं १००० रुपए के नोट बंद होने का गहरा असर पड़ा कि दिनभर में ग्राहकों के दर्शन बड़ी मुश्किल से हो पाते थे।
ग्राहकी कम होने से नारियल की दर घटाकर २० से ३० रुपए तक कर दी गई लेकिन फिर भी कोई असर नहीं पड़ा। लेकिन इस साल ऐसी कोई परेशानी नहीं आ रही है लोग आसानी से नारियल पानी पीकर पैसा देकर जाते हैं।
दिनभर बंद नहीं हो पाती गन्ने के रस की मशीनें
बढ़ती गर्मी के कारण शहर में गन्ने का रस पिलाने वालों की मशीनें दिनभर बंद ही नहीं हो पाती क्योंकि ग्राहकों की आवक अधिक है। एक गन्ने का रस बेचने वाले का कहना था कि १५ मार्च तक तो ग्राहक दिनभर में बहुत कम आते थे लेकिन इसके बाद ज्योंही गर्मी ने तेजी पकड़ी ग्राहकों की भीड़ लगना आरंभ हो गया। सूर्य की किरणों के कहर ने तरबूज की मांग भी बढ़ा दी। यही कारण है कि शहर के उपनगरीय इलाकों में बड़ी सड़कों के फुटपाथों पर तरबूज के ढेर लग गए हैं जिन पर खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। इसका कारण है कि शरीर में ठंड पहुंचाने के साथ ही तरबूज पानी की पूर्ति भी करता है। इसलिए लोगों को यह बहुत पसंद है।
आविन पार्लरों में भीड़
महानगर में गर्मी के जोर पकड़ते ही आविन पार्लरों में भीड़ जुटना शुरू हो गई। यहां भीड़ अधिक जुटने का एक कारण यह भी है कि बाजार के मुकाबले आविन की आइसक्रीम एवं लस्सी व छाछ सस्ती एवं स्वादिष्ट अधिक है। जहां बाजार में आइसक्रीम की दरें तीस रुपए से शुरू होती हैं वहीं आविन की दरें २५ रुपए से शुरू होती हैं। आविन की लस्सी बाजारी लस्सी एवं अन्य पेय पदार्थों से काफी स्वादिष्ट है। यहां का बादाम का दूध पीने में लोगों की खासी रुचि है। यही कारण है कि लोग बाजार के बजाय आविन पार्लर के उत्पाद अधिक खरीदते हैं। हालत यह है कि शाम होते-होते तो आइसक्रीम, लस्सी व छाछ पार्लरों में खत्म हो जाती है।
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