scriptमल्टीमॉडल थेरेपी से हुआ कोलोरेक्टल कैंसर के चौथे चरण का इलाज | Complex and innovative surgery and multimodal therapy can cure Stage 4 | Patrika News

मल्टीमॉडल थेरेपी से हुआ कोलोरेक्टल कैंसर के चौथे चरण का इलाज

locationचेन्नईPublished: Oct 22, 2021 11:15:51 pm

Submitted by:

Santosh Tiwari

-चिकित्सकों का दावा देश में ऐसा पहली बार हुआ

मल्टीमॉडल थेरेपी से हुआ कोलोरेक्टल कैंसर के चौथे चरण का इलाज

मल्टीमॉडल थेरेपी से हुआ कोलोरेक्टल कैंसर के चौथे चरण का इलाज

चेन्नई.

जटिल एवं नवीन सर्जरी तथा मल्टीमॉडल थेरेपी से चौथे चरण के कोलोरेक्टल कैंसर का इलाज किया जा सकता है। यह कहना है एमजीएम हेल्थकेयर के चिकित्सकों का। उन्होंने एक जटिल एवं इनोवेटिव मल्टी माडल प्रक्रिया के नतीजों की यहां घोषणा की। चिकित्सकों का दावा है कि संभवतः देश में पहली बार ऐसे जटिल स्टेज 4 के कोलोरेक्टल कैंसर का आपरेशन एक बार में किया गया है। स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर के एक रोगी के मल्टीपल सिंक्रोनस लिवर मेटास्टेसिस पर यह प्रोसिजर किया गया। रोगी का वजन गिर रहा था और उसे भूख नहीं लग रही थी। उसकी शारीरिक गतिविधियां प्रभावित हो रही थी। यहां के डा.त्यागराजन श्रीनिवासन ने इस केस का विधिवत विश्लेषण किया। इसके बाद उन्होंने बताया कि इसका इलाज हो सकता है। इसका इलाज इनोवेटिव होगा। इसके बाद सिंगल स्टेज सर्जरी की गई। लीवर के नौ लेसन एवं कोलोन के कैंसर को निकाला गया। इसके बाद आठ महीने तक फालोअप किया गया। छह महीने तक बायोलोजिकल टयूमर एन्टीबाडी थेरेपी, रेडियोथेरेपी एवं कैंसर कीमोथेरेपी की गई। अब रोगी पूरी तरह से कैंसर से स्वस्थ हो चुकी है। अब पूरे शरीर में कोई ट्यूमर नहीं है।
कोलोरेक्टल कैंसर भारत में छठवां सबसे सामान्य कैंसर है। प्रत्येक साल एक लाख में 5 नए मामले सामने आते हैं। बदलती जीवनशैली, शारीरिक गतिविधि में कमी, कैलोरी रिच, लो फाइबर डायट, प्रोसेस्ड फुड के कारण ऐसे मामले सामने आते हैं। इसके लिए चिकित्सकों ने सलाह दी कि 45 साल से अधिक की उम्र के लोगों की नियमित वार्षिक जांच होनी चाहिए। लेकिन केवल 5 प्रतिशत से कम लोग ही देश में एक साल में जांच कराते हैं।
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