पिछले बिल के आधार पर ही राशि की वसूली याची ने कहा कि तांजेडको पिछले बिल के आधार पर ही राशि की वसूली कर रहा है। ऐसे में बिल अचानक बढ़कर आ रहे हैं। इससे अधिकांश उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं और उनको पचास फीसदी अधिक राशि का बिल चुकाना पड़ रहा है। प्रदेश में दो महीने के आधार पर बिल दिए जाते हैं। राशि की गणना अलग-अलग आधार पर होती है यानी 100 यूनिट से कम खपत करने, 101 से 200 यूनिट, 201 से 500 यूनिट तथा 500 यूनिट से ऊपर खपत करने वालों के आधार पर बिल तैयार होता है।
सौ यूनिट खर्च करने तक कोई शुल्क नहीं उपभोक्ताओं के लिए सौ यूनिट खर्च करने तक कोई शुल्क नहीं लिया जाता लेकिन इसके ऊपर खर्च करने पर अलग-अलग चार्ज लिया जाता है। अब बढ़कर आए बिलों ने उपभोक्ताओं को प्रभावित किया है और उनको अधिक राशि चुकानी पड़ रही है। इसके बाद खंडपीठ के न्यायाधीश एमएम सुन्दरेश व न्यायाधीश आर हेमलता ने 8 जुलाई तक सुनवाई स्थगित कर दी।