हालांकि सरकार ने तीन मामले आने पर स्ट्रीटों को कंटेेेनमेंट जोन घोषित करने का निर्देश दिया है, लेकिन निगम द्वारा अत्यधिक सावधानी बरती जा रही है और किसी भी सड़क को रोकथाम के तहत तीन मामलों में रखा गया है। घरों को सील नहीं किया जा रहा है। केवल छह से अधिक मामलों वाले सड़कों पर सड़क के प्रवेश और निकास पर कार्यरत कर्मचारियों के साथ परिधि नियंत्रण होगा। आपातकाल स्थिति में लोग स्ट्रीट से बाहर जा सकते हैं।
जीसीसी स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी उपायुक्त अलबी जॉन ने बताया कि दस से अधिक मामलों वाले स्ट्रीटों को पूरी तरह से ब्लॉक किया जा रहा है और निगम कर्मचारी इलाके के लोगों की आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निगम ने इन सड़कों पर व्यापक निगरानी के लिए 6 हजार बुखार कर्मचारियों को नियुक्त किया है। अगले सप्ताह तक यह संख्या 12 हजार कर दी जाएगी। कंटेनमेंट जोनों में मरीजों की सहायता के लिए 1 हजार फोकस स्वयंसेवकों को भी नियुक्त किया गया है।
कुछ समय बाद इस संख्या को भी डबल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह मरीजों की सीटी स्कैन समेत अन्य परीक्षण की जांच के लिए 12 स्क्रिनिंग सेंटर का संचालन होगा। इससे अस्पतालों में होने वाली भीड़ से बचा जा सकेगा। वर्तमान में सड़क किनारे 50 बुखार क्लिनिक स्थापित किए गए हैं। अधिक रोगग्रस्त रोगियों की पहचान के लिए इसे 400 तब बढ़ाया जाएगा।