वह पिछले साल नवम्बर महीने में गर्भवती हुई थी। वह अपना इलाज अरुम्बाक्कम स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में करा रही थी। नियमानुसार कोरोना जांच की गई। जांच में महिला संक्रमित पाई गई। उसके बाद उसे एगमोर चिल्डे्रन अस्पताल रैफर कर दिया गया। ममता को 28 जुलाई को चिल्डे्रन अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया।
कोरोना वार्ड में उसका इलाज चल रहा था। बुधवार को उसे दर्द हुआ और महिला की डिलीवरी कराई गई। बेटी का जन्म हुआ। जन्म के कुछ घंटों बाद गुरुवार अलसुबह करीब 4.15 बजे ममता की मौत हो गई।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि कोरोना नियमों के तहत डाक्टरों की टीम ने पीपीई किट्स पहनकर उसकी डिलीवरी की। डिलीवरी की प्रक्रिया पूर्णत: सुरक्षित ढंग से की गई। इस दौरान बच्ची का जन्म हुआ। बच्ची के जन्म के कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई। नवजात शिशु का जन्म सामान्य अवस्था में हुआ है, लेकिन मां के संक्रमित होने की वजह से उसका कोविड टेस्ट करवाया गया है जो निगेटिव आया। आमतौर पर कोरोना संक्रमित मां की कोख से जन्म लेने वाले शिशु कोरोना संक्रमित नहीं होते।