–उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया जाएगा
साथ ही न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष को आदेश दिया कि वह आरोप तय करने की दिशा में आगे बढ़े और दोनों आरोपियों को 21 जनवरी को अदालत में पेश होने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर दोनों आरोपी अगली सुनवाई में उपस्थित नहीं रहते हैं तो उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया जाएगा। विशेष सरकारी वकील एम. शीला के अनुसार यह मामला मुत्तुकाडू के निकट एक जमीन की बिक्री से जुड़ा है। यह जमीन कार्ति चिदम्बरम का था और इसके बिक्री के लिए कार्ति ने नकद में 3.38 करोड़ और उनकी पत्नी श्रीनिधि ने 1.35 करोड़ लिए थे। हालांकि उन लोगों ने अपने मूल्यांकन में न तो इसका खुलासा किया और न ही आय के लिए करों का भुगतान किया।
मामला प्रकाश में उस वक्त आया जब आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 1 दिसंबर 2015 को एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के मामले के संबंध में छापेमारी की गई थी। विभाग ने नकद लेनदेन से संबंधित कई इलेक्ट्रॉनिक सामग्री भी जब्त किए थे। उसके बाद आयकर विभाग ने विभिन्न धाराओं के तहत अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में दंपत्ती के खिलाफ मुकदमा चलाया था।