वैक्सीनेशन सुरक्षात्मक है
अध्ययन में कहा गया है, हमारा अध्ययन इन अध्ययनों की पुष्टि करता है कि वैक्सीनेशन सुरक्षात्मक है, हालांकि हमने बड़े पैमाने पर दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार रूपों को नहीं देखा। अध्ययन 21 फरवरी और 19 मई, 2021 के बीच स्वास्थ्य कर्मियों के बीच हुए संक्रमणों पर आधारित था। अध्ययन में कहा गया है, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेलूर के 10,600 कर्मचारियों वाले 2600 बेड वाले तृतीयक देखभाल अस्पताल ने 21 जनवरी से 30 अप्रेल के बीच 8,991 कर्मचारियों का वैक्सीनेशन किया है। सीएमसी में लगभग 93.4% स्वास्थ्य पेशेवरों ने कोविशील्ड ली और बाकी ने कोवैक्सिन वैक्सीन ली। सत्रह प्रतिशत स्वास्थ्य कार्यकर्ता वैक्सीन की कमी होने के कारण दूसरी वैक्सीन की खुराक नहीं ले सके और बाद में केंद्र सरकार द्वारा घोषित खुराक के बीच अंतराल में वृद्धि के कारण इसमें देरी हुई।
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अध्ययन में कहा गया है, हमारा अध्ययन इन अध्ययनों की पुष्टि करता है कि वैक्सीनेशन सुरक्षात्मक है, हालांकि हमने बड़े पैमाने पर दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार रूपों को नहीं देखा। अध्ययन 21 फरवरी और 19 मई, 2021 के बीच स्वास्थ्य कर्मियों के बीच हुए संक्रमणों पर आधारित था। अध्ययन में कहा गया है, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेलूर के 10,600 कर्मचारियों वाले 2600 बेड वाले तृतीयक देखभाल अस्पताल ने 21 जनवरी से 30 अप्रेल के बीच 8,991 कर्मचारियों का वैक्सीनेशन किया है। सीएमसी में लगभग 93.4% स्वास्थ्य पेशेवरों ने कोविशील्ड ली और बाकी ने कोवैक्सिन वैक्सीन ली। सत्रह प्रतिशत स्वास्थ्य कार्यकर्ता वैक्सीन की कमी होने के कारण दूसरी वैक्सीन की खुराक नहीं ले सके और बाद में केंद्र सरकार द्वारा घोषित खुराक के बीच अंतराल में वृद्धि के कारण इसमें देरी हुई।
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