मुख्यमंत्री के निर्देेश पर महानगर में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने को लेकर माइक्रो स्तर के कार्यक्रम शुरू किए गए है जिनमें यह भी एक है। मंत्री के साथ कोविड विशेष अधिकारी जे. राधाकृष्णन और चेन्नई कार्पोरेशन आयुक्त जी. प्रकाश भी थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने इसका उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों को बताया कि वायरस संक्रमण की वजह से प्रतिबंधित इलाकों में बसे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा संस्तुत कबसुर काढ़ा चूर्ण और आइसीएमआर द्वारा बताई गई विटामिन दवाओं का वितरण किया जा रहा है।
उनके अनुसार पिछले दस दिनों से वाहनों के जरिए ५ लाख २० हजार कबसुर काढ़ा चूर्ण का वितरण किया जा चुका है। इस रोग से बचाव के तरीकों में मास्क पहनना, नियमित रूप से हाथ धोना तथा सोशल डिस्टेंसिंग महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत कच्ची बस्ती में बसे २६ लाख लोगों को मास्क वितरण किए जाने हैं। प्रत्येक व्यक्ति को तीन मास्क दिए जाएंगे। इस रोग पर काबू पाने के लिए जनता का सहयोग व समर्थन आवश्यक है इसलिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने नई योजना के बारे में बताया कि ५०० स्वास्थ्य निरीक्षकों की टीम बनाई गई है जो कोरोना संक्रमित इलाकों का दौरा कर सर्वे करेंगे। रायपुरम जोन जहां सर्वाधिक मामले हैं वहां १६५ निरीक्षकों की टीम फील्ड लेवल पर यह कार्य करेगी। ये निरीक्षक घरों में जाकर कोरोना के लक्षणों का पता करेंगे तथा फिर उनकी कोविड-१९ की जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उनका इलाज कराया जाएगा। साथ ही संक्रमित में संपर्क में रहे तथा आए लोगों की भी जांच होगी।
167 वार्ड में 10 से कम मामले
स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया महानगर के २०० वार्ड में से १६७ वार्ड में कोरोना संक्रमितों की संख्या १० से कम है। शेष ३३ वार्ड में इस रोग के संक्रमितों की संख्या अधिक है।
चेन्नई में 85 हजार जांच
मंत्री के अनुसार राज्य में अब तक ३.२६ लाख लोगों की कोरोना जांच की गई है। चेन्नई महानगर में ८५ हजार से अधिक लोगों की कोरोना जांच हुई है। जिनमें करीब ९ प्रतिशत मामले पॉजिटिव निकले हैं।